लखनऊ शहर के लोगों को 24 तरीके का शुल्क व चार्ज देना पड़ रहा है। इसे अकेले कोई एक विभाग नहीं वसूल रहा है। कई विभाग जनता से अपने हिसाब से टैक्स व चार्ज वसूल रहे हैं। उनके ऊपर टैक्स व शुल्क का भार लगातार बढ़ता जा रहा है।
लेकिन सुविधाएं कोई खास नहीं मिल रही हैं। अब एलडीए बोर्ड ने पूरे शहर के लोगों से एक और शुल्क लेने का फैसला लिया है। इसे सुख सुविधा शुल्क का नाम दिया गया है। इसे जोड़कर अब 25 टैक्स व शुल्क हो गए हैं। इन्हीं शुल्कों, टैक्सों व चार्जों में जनता की गाढ़ी कमाई जा रही है। अनुमान के मुताबिक लोगों का एक बार में औसतन पांच लाख रुपए तक इस मदों में खर्च हो रहा है।
राजधानी में टैक्स व शुल्कों की फेहरिस्त लम्बी होती जा रही है। दो से चार वर्ष में विभाग अपनी कमाई के लिए कोई न कोई टैक्स व शुल्क बढ़ा लेते हैं। शुल्क के लिए अलग अलग मद भी निर्धारित किए हैं। इससे लोगों पर लगातार शुल्क, चार्ज व फीस का भार बढ़ रहा है। कोई विभगा सालाना टैक्स व चार्ज ले रहा है तो कोई रोजाना व मासिक। एलडीए जहां सर्वाधिक शुल्क मानचित्र के रूप में ले रहा है वहीं नगर निगम हाउस टैक्स के रूप में। एलडीए केवल एक बार नक्शा पास कराते समय ही शुल्क लेता है लेकिन नगर निगम का हाउस टैक्स लोगों को हर बार चुकाना पड़ता है।
पूरे लखनऊ को देना होगा अब नया सुख सुविधा शुल्क
शहर में गोमती नदी के किनारे ग्रीन कारिडोर का निर्माण कराया जाना है। इसी के लिए एलडीए ने सुख सुविधा शुल्क लगाया है। अब शहर के लोगों को मकान का नक्शा पास कराते समय 200 रुपए प्रतिवर्ग मीटर की दर से में सुख सुविधा शुल्क जमा करना होगा।
नगर निगम ने ले रहा यह शुल्क, चार्ज व टैक्स
टैक्स शुल्क का प्रकार शुल्क, टैक्स, चार्ज की दरें
हाउस टैक्स 200 रुपए से दो लाख तक वार्षिक
वाटर टैक्स 200 से दो लाख तक वार्षिक
सीवर टैक्स 200 से दो लाख तक
यूजर चार्ज कूड़े के लिए 50 रुपए से लेकर डेढ़ लाख तक
पार्किंग शुल्क 10 से 40 रुपए तक
लाइसेंस शुल्क 500 से लेकर 60 हजार तक
विद्युत पावर कनेक्शन शुल्क 500 से 3000 तक
दाखिल खारिज शुल्क डीएम सर्किल से एक प्रतिशत
सुदृढीकरण शुल्क 192 रुपए प्रति वर्गमीटर
अम्बार शुल्क 40 रुपए प्रति वर्गमीटर
निरीक्षण शुल्क 20 रुपए प्रति वर्गमीटर
विकास अनुज्ञा शुल्क 10 से 30 हजार तक
कुत्ते के लिए शुल्क 200 से 1000 रुपए सालाना
गाय पालने का शुल्क 500 रुपए प्रति गाय सालाना
एलडीए की ओर से लिया जाने वाला शुल्क व चार्ज
शुल्क का प्रकार शुल्क व चार्ज की दरें
शमन शुल्क 24 रुपए से लेकर 5879 रुपए प्रति वर्गमीटर तक
निरीक्षण शुल्क 24.50 रुपए प्रति वर्गमीटर
निरीक्षण शुल्क विकास अनुज्ञा हेतु 12.10 प्रति वर्गमीटर
मलबा शुल्क 48.50 रुपए प्रति वर्गमीटर
सुदृढीकरण शुल्क 136 रुपए प्रति वर्गमीटर
आन्तरिक विकास शुल्क 1690 रुपए प्रति वर्गमीटर
जल शुल्क 55.20 रुपए प्रति वर्गमीटर
बाह्य विकास शुल्क 2360 रुपए प्रति वर्गमीटर
दाखिल खारिज शुल्क 10 हजार रुपए तक
लेबर सेस (लेबर विभाग) सम्पत्ति की कीमत का एक प्रतिशत
अब लगा नया सुख सुविधा शुल्क 200 रुपए प्रति वर्गमीटर नक्शा पास कराते समय
मानचित्र के लिए देना पड़ रह है दोहरा शुल्क
मकानों का नक्शा पास कराने के लिए लोगों को दोहरा शुल्क देना पड़ा है। एलडीए भी इसका शुल्क ले रहा है और नगर निगम भी। दाखिल खारिज शुल्क भी दोनों वसूल रहे हैं। एलडीए अधिकतम 10 हजार लेता है तो नगर निगम डीएम सर्किल रेट का एक प्रतिशत।
शुल्क खूब वसूल रहे हैं लेकिन सुविधाएं नदारद
जिम्मेदार विभाग शुल्क पर शुल्क वसूल रहे हैं लेकिन शहर को सुविधाएं नहीं दे पा रहे हैं। शहर की सफाई आज तक पटरी पर नहीं आ पायी है। सड़कें जर्जर हैं। पेयजल से आधा शहर जूझ रहा है। कूड़ा कचरा उठ नहीं रहा है। जल भराव ने शहर परेशान है।