आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 का पहला सेमीफाइनल बुधवार को भारत और न्यूजलींड के बीच खेला जाएगा। दोनों टीम मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में भिड़ेंगी। इस अहम मुकाबले से पहले टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
‘हिटमैन’ के नाम से मशहूर रोहित ने कई सवालों के खुलकर जवाब दिए। उन्होंने साथ ही खिलाड़ियों को लगातार सपोर्ट करने की अहमियत पर जोर दिया। चलिए, आपको रोहित की प्रेस कॉन्फ्रेंस की 6 बड़ी बातें बताते हैं।
टॉस फैक्टर: रोहित का मानना है कि वानखेड़े में सेमीफाइनल में टॉस फैक्टर नहीं होगा। कप्तान से जब इस संबंध में सवाल किया गया तो उन्होंने धांसू जवाब दिया। रोहित ने कहा, ”ईमानदारी से कहूं तो मैंने यहां काफी क्रिकेट खेला है। पिछले 4-5 मैच से पता नहीं चलेगा कि वानखेड़े क्या है। और मैं इस बारे में ज्यादा बात नहीं करना चाहता कि वानखेड़े क्या है। लेकिन मैं निश्चित रूप से मानता हूं कि टॉस कोई फैक्टर नहीं है।”
सेमीफाइनल का प्रेशर: कप्तान ने कहा कि भारतीय क्रिकेटरों के रूप में दबाव हमेशा उनकी यात्रा का हिस्सा रहा है और सेमीफाइनल के लिए मैदान पर उतरते हुए भी कुछ इससे अलग नहीं होगा। रोहित ने कहा, ”यह लीग मैच हो या सेमीफाइनल, विश्व कप मुकाबले में हमेशा दबाव होता है। हम पहले मैच से लेकर अंतिम मैच तक इससे अच्छी तरह निपटे हैं। टीम ने अच्छी प्रतिक्रिया दी है।” उन्होंने कहा, ”हमारा ध्यान अगले दो मैचों में अच्छा क्रिकेट खेलने पर है। भारतीय क्रिकेटरों के रूप में हमेशा हमारे ऊपर दबाव होता है। मैच पर ध्यान लगाने की जरूरत है और दूसरी टीम की चुनौतियों और दबाव पर नहीं।”
अपनी कप्तानी पर: रोहित ने कहा, ”मेरे पास कोई मंत्र नहीं है। बतौर कप्तान अगर आपने तय कर लिया है कि आपको इसी तरह खेलना है तो फिर स्पष्टता होनी चाहिए। आपको खिलाड़ियों को भरपूर सपोर्ट करना होगा। हमने खिलाड़ियों का सपोर्ट है और उन्हें रोल सौंपा है। हम खिलाड़ियों का सपोर्ट करेंगे और उनके साथ खड़े रहेंगे। हमें इस विचार को अपनाने के लिए राहुल द्रविड़ (हेड कोच) को क्रेडिड देना होगा। हम फ्यूचर में भी ऐसा करना जारी रखेंगे।”
न्यूजीलैंड की तारीफ: भारतीय कप्तान ने कहा कि जब भी हम न्यूजीलैंड के खिलाफ उतरे हैं तो वो संभवतः सबसे अनुशासित टीम है। कीवी टीम अपना क्रिकेट बहुत स्मार्टली खेलती है। वे अपने विरोधियों की मानसिकता को समझते हैं और हम भी। सभी आईसीसी टूर्नामेंट के सेमीफाइनल और फाइनल में खेलने को लेकर उनके प्रदर्शन में बेहद निरंतरता है।”
टॉप पर वनडे वर्ल्ड कप: रोहित की निगाह में वनडे वर्ल्ड कप की सबसे ज्यादा अहमियत है। उन्होंने कहा, ”मेरे लिए वनडे वर्ल्ड कप सबसे ऊपर है। वैसे, तीनों प्रारूप समान रूप से महत्वपूर्ण हैं क्योंकि आप अपने देश के लिए खेल रहे हैं, जो दुर्लभ है। यह टूर्नामेंट शानदार रहा है। बहुत सी टीमों ने बड़ी टीमों को चुनौती दी। इसलिए कोई भी टीम किसी को भी हरा सकती है। हर टीम सक्षम है।”
वर्ल्ड कप खिताब पर: रोहित ने कहा कि उनकी टीम पर 1983 की कपिल देव और 2011 की महेंद्र सिंह धोनी की टीम उपलब्धि को दोहराने का दबाव है लेकिन मौजूदा खिलाड़ियों का ध्यान अपने प्रदर्शन में सुधार पर है। उन्होंने कहा, ”यह इस टीम की खूबसूरती है। जब हमने पहली बार विश्व कप जीता था तो टीम के आधे खिलाड़ी पैदा भी नहीं हुए थे। जब हमने पिछली बार विश्व कप जीता तो आधे खिलाड़ी क्रिकेट भी नहीं खेल रहे थे।” रोहित ने कहा, ”मैं उन्हें इस बारे में बात करते हुए नहीं देखता कि हमने पहला और आखिरी विश्व कप कैसे जीता। ध्यान सिर्फ बेहतर होना और सुधार के लिए क्या किया जाए इस पर है। ध्यान हमेशा वर्तमान पर होता है।”