महाराष्ट्र में चाचा-भतीजे के बीच लड़ाई और बढ़ गई है। शरद पवार और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार, दोनों गुटों की ओर से बुधवार को शक्ति प्रदर्शन किया गया, जिसमें दोनों दिग्गज नेताओं के समर्थक पहुंचे।
इस दौरान अजित पवार ने अपने 83 वर्षीय चाचा शरद पवार को याद दिलाया कि यह उनके ‘सेवानिवृत्त’ होने का समय है। अजित पवार के रिटायरमेंट वाले तंज पर शरद पवार के करीबी और महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि 82 साल का शेर अब भी जिंदा है। इस तरह से देशमुख ने शरद पवार को शेर बताते हुए अजित पर हमला बोला।
इससे पहले, बुधवार दोपहर को शक्ति प्रदर्शन करने के लिए उपनगर बांद्रा में आयोजित बैठक में अजित पवार ने कहा था, ”आईएएस (भारतीय प्रशासनिक सेवा के) अधिकारी 60 वर्ष की आयु में सेवानिवृत होते हैं। यहां तक कि राजनीति में भी, भाजपा नेताओं की सेवानिवृति की उम्र 75 वर्ष है। आपने लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी का उदाहरण देखा है।” अजित पवार ने कहा, ”आप 83 वर्ष के हैं, क्या आप रुकने नहीं जा रहे हैं?अपना आशीर्वाद दीजिए और हम आपकी लंबी आयु के लिए प्रार्थना करेंगे।” उन्होंने यह भी कहा कि जन कल्याण के लिए अपनी कुछ योजनाएं लागू करने के लिए वह महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं।
‘हमारे लिए शरद पवार देवता तुल्य’
अपने संबोधन के दौरान अजित पवार ने शरद पवार पर 2004 में एनसीपी का मुख्यमंत्री बनाने का मौका गंवाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ”2004 में हमारे पास कांग्रेस से ज्यादा विधायक थे, लेकिन हमारे वरिष्ठ नेताओं ने कांग्रेस को मुख्यमंत्री पद लेने दिया।” उन्होंने कहा, ” हमारे लिए साहेब (शरद पवार) देवता तुल्य हैं और हमारे मन में उनके लिए काफी सम्मान है।” महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़े नाटकीय घटनाक्रम के तहत बीते रविवार को अजित पवार सहित एनसीपी के नौ नेता एकनाथ शिंदे नीत राज्य सरकार में शामिल हो गए। साथ ही, अजित ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
‘अजित पवार को मुझसे करनी चाहिए थी बात’
वहीं, अजित पवार पर पलटवार करते हुए शरद पवार ने कहा कि अगर उन्हें कोई समस्या थी तो अजित पवार को उनसे बात करनी चाहिए थी। मुंबई में एनसीपी नेताओं को संबोधित करते हुए शरद पवार ने कहा, “अगर अजित पवार को कोई समस्या थी तो उन्हें मुझसे बात करनी चाहिए थी। अगर उनके मन में कुछ था तो वह मुझसे संपर्क कर सकते थे।” एनसीपी के दिग्गज नेता ने यह भी कहा कि पार्टी का चुनाव चिह्र उनके पास है, और यह कहीं नहीं जाएगा। अजित पवार द्वारा बुलाई गई बैठक से जुड़े मंच पर खुद की तस्वीर लगे होने पर आपत्ति जताते हुए कहा कि जो लोग उनकी तस्वीर का इस्तेमाल कर रहे हैं वो जानते हैं कि उनके पास कुछ और नहीं है। पवार ने भाजपा के साथ जाने को लेकर अपने भतीजे अजित पवार की आलोचना की और इस बात का उल्लेख किया कि उनकी पार्टी से जुड़े इस घटनाक्रम से कुछ दिनों पहले ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राकांपा को भ्रष्ट पार्टी बताया था।