महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बिना नाम लिए उद्धव ठाकरे पर हिंदुत्व की विचारधारा से किनारा करने के लिए हमला बोला है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर के निर्माण पर संदेह जताने वालों को घर का रास्ता दिखा दिया गया है।
एकनाथ शिंदे ने अयोध्या में रामलला के दर्शन करने और मंदिर के निर्माण कार्य को देखने के बाद मीडिया से बातचीत की। शिंदे पिछले साल जून में महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने के बाद अयोध्या के अपने पहले दौरे पर थे। उनके साथ अयोध्या में हजारों शिवसैनिक भी थे, जिन्हें शिवसेना के चुनाव चिह्न वाले भगवा झंडे लिए देखा गया था।
शिंदे ने साधा निशाना
विपक्ष के बार-बार नारा लगाने पर टिप्पणी करते हुए शिंदे ने कहा, “हर कोई कहता था ‘मंदिर वहीं बनाएंगे, पर तारीख नहीं बताएंगे’ लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काम शुरू करवा दिया है और करोड़ों राम भक्तों का सपना पूरा हो रहा है। अब तारीख मांगने वालों को भी घर का रास्ता दिखा दिया गया है।”
उन्होंने कहा कि लखनऊ से अयोध्या तक का पूरा माहौल “राम-मई” हो गया था और उन्हें खुशी है कि वह “तीर और कमान” (शिवसेना का चुनाव चिह्न) के साथ पवित्र शहर अयोध्या आए हैं। उन्होंने यह भी घोषणा की कि अयोध्या से मिट्टी को अमरावती ले जाया जाएगा जहां भगवान हनुमान की 111 फुट ऊंची प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
उद्धव ठाकरे पर बरसे शिंदे
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार को गिराने के अपने फैसले को सही ठहराते हुए शिंदे ने कहा, “जनादेश (अक्टूबर 2019 में विधानसभा चुनाव) शिवसेना और भाजपा के लिए था। लेकिन वे (उद्धव ठाकरे और अन्य) उन लोगों के साथ सरकार बनाना पसंद करते थे जिन्हें बालासाहेब ठाकरे कभी पसंद नहीं करते थे।” महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा उनकी सरकार को ‘रावण राज’ बताने के बारे में शिंदे ने कहा, “जो लोग इसे ‘रावण राज’ कहते थे, उन्हें बता दें कि यह सरकार भगवान राम के आशीर्वाद से बनी है।’ शिंदे ने कहा कि भगवान राम के आशीर्वाद से उन्हें तीर और कमान का चुनाव चिह्न मिला है।”