अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर बन रहे दिव्य मंदिर में अगले वर्ष 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह में देश भर के 150 पंथ संप्रदाय के धर्माचार्य शिरकत करेंगे। इन सम्प्रदायों के 2 हजार संतों को श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र आमंत्रित करेगा।
सोमवार को तीर्थ क्षेत्र के रामकोट स्थित कार्यालय पर विश्व हिन्दू परिषद की केंद्रीय और क्षेत्रीय पदाधिकारियों की दो चल रही दो दिवसीय बैठक के दूसरे दिन यह फैसला लिया गया।
सोमवार की शाम 48 घंटे लंबी बैठक भी पूरी हो गई। बताया जाता है कि इसमें कई अन्य फैसले भी लिए गए। कहा गया कि संत- धर्माचार्यो सें विहिप का संत संपर्क विभाग सीधे संपर्क कर उन्हें प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में आमंत्रित करेगा। यह संत भिन्न पंथ संप्रदाय और जातियों से संबंधित होंगे । बैठक में श्रीराम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जन की सहभागिता और संगठन को इस कार्यक्रम के माध्यम से गतिशील रखने को लेकर मंथन हुआ। यह भी कहा गया कि प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व बजरंग दल की शौर्य यात्राओं के दौरान मार्गों में होने वाली धर्म सभाओं में संतों के समलित होने और रामभक्तों का मार्गदर्शन करने हेतु संपर्क विभाग लगातार सक्रीय है।
शिलापूजन व कारसेवा की तरह होगी सहभागिता
पदाधिकारियों ने कहा हर गांव की सहभागिता उसी प्रकार होगी जैसी शिला पूजन और कारसेवा के दौरान थी।संगठन पदाधिकारियों का मानना है कि मंदिर निर्माण समर्पण निधि कार्यक्रम की ही भांति प्राणप्रतिष्ठा समारोह से देश भर के पांच लाख गांवों को जोड़ा ही ना जाय बल्कि इन स्थानों पर नवीन विहिप हितचिंतकों का निर्माण भी हो जिससे संगठन का आधार भी मजबूत होगा।
देशभर के 96 पदाधिकारियों ने की शिरकत
इस बैठक में देश के विभिन्न प्रांतों से संपर्क और कार्यकर्ताओं से समन्वय रखने वाले विश्व हिंदू परिषद के 96 प्रमुख पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। इसमें मुख्य रूप से विहिप कार्याध्यक्ष आलोक कुमार,विदेश विभाग प्रमुख अशोक राव चोगले,संरक्षक दिनेश चंद्र, महामंत्री मिलिंद परांडे,संगठन महामंत्री विनायक देश पांडेय, उपाध्यक्ष चम्पत राय, जीवेश्वर मिश्र,वाई राघवलू,ओमप्रकाश सिंहल,मीनाक्षी पिश्वे, सयुंक्त महामंत्री कोटेश्वर शर्मा, स्वामी विज्ञानानंद,डा सुरेंद्र जैन, बजरंग बागड़ा,केंद्रीय मंत्री राजेन्द्र सिंह पंकज, अखिल भारतीय धर्माचार्य संपर्क प्रमुख अशोक तिवारी, विशेष संपर्क प्रमुख अम्बरीष सिंह,विजय तिवारी, हुकुम चंद्र सांवला, वेद विद्यालयों के प्रभारी हरिशंकर, दुर्गा वाहिनी प्रमुख प्रज्ञा महाला, मातृशक्ति की सरोज सोनी,दादा वेदक,बजरंग दल संयोजक नीरज दनौरिया,आनंद हरबोला, गोपाल उपस्थित रहे।