राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कांग्रेस की हार पर अशोक गहलोत को निशाने पर ले लिया है। सचिन पायलट जी ने टोंक जिला कांग्रेस कार्यालय में मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि टोंक विधानसभा से दूसरी बार की जीत जनता और कार्यकर्ताओं को समर्पित करता हूं।
आगे कहा कि-हार पर जयपुर और दिल्ली में मंथन करेंगे। मेरा मानना है कि इस हार पर मंथन होना जरूरी है। लोकसभा चुनावों को लेकर भी बोले। कहा-मैं हमेशा ही कांग्रेस कार्यकर्ता रहा हूं। मुझे जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी उसका हर संभव निर्वहन करूंगा। पायलट ने आगे कहा-सीएम के ओएसडी लोकेश शर्मा का बयान मैंने भी देखा है,उस पर भी पार्टी को मंथन करना जरूरी है।
सचिन पायलट बोले- चिंतन करना चाहिए
सचिन पायलट ने कहा कि जिस परंपरा को तोड़ने के लिए हमनें बहुत मेहनत की। लेकिन बहुत कोशिश करने के बावजूद भी हम कामयाब नहीं सके। हम लोगों ने पूरी ताकत लगाई। हर बार हम सरकार बनाने के बाद रिपीट नहीं कर पाते है। इस बार वहीं हुआ। इस बात का हमें खेद है। इस पर हर स्तर पर चिंतन करना पड़ेगा। क्या कमियां रही। क्या वे कारण थे। सचिन पायलट ने कहा कि हम सब को हार पर आत्मविश्लेषण करना चाहिए। राहुल जी, प्रियंका जी और खड़गे ने खूब प्रचार किया। फिर भी हम सरकार नहीं बना पाए। सचिन पायलट ने कहा कि कल कांग्रेस विधायकों की बैठक बुलाई है। हार के कारणों पर चिंतन करेंगे।
जनता ने हमें विपक्ष में बैठने के जनादेश दिया
सचिन पायलट ने कहा कि हमें कड़ी मेहनत करनी होगी। मुझे जो भी पार्टी प्लेटफार्म पर बतान है। मैं बताऊंगा। गहलोत के ओएसडी ने जो बयान दिया है। वह बड़ा आश्चर्यजनक है। मुख्यमंत्री के ओएसडी है। चिंता का विषय है। मुझे पूरी उम्मीद है कि पार्टी इस पर ध्यान देगी। यह क्यों कहां गया। यह सच है या झूठ है। ऐसा बोला है। मैं समझता हूं यह चिंता का विषय है। पायलट ने कहा कि सारे बातें विश्लेषण की है। मैंने जो कहा था पार्टी प्लेटफार्म पर कहा था। आगे भी मुझे बोलना है पार्टी प्लेटफार्म पर कहूंगा। लेकिन आज हमारी जिम्मेदारी है कि जनता ने हमें विपक्ष में बैठने का अधिकार दिया है। बता दें सीएम गहलोत ने ओएसडी लोकेश शर्मा ने कहा था कि सीएम गहलोत खुद नहीं चाहते थे कि सरकार रिपीट हो।