भाजपा विरोधी दलों के इंडिया गठबंधन के उत्तर प्रदेश में दो सबसे बड़े घटक दल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में झगड़े के बीच यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने फिर एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव को चिढ़ाने वाली बात कर दी है।
अजय राय ने कहा है कि कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते ये उनकी जिम्मेवारी है कि वो पार्टी को 80 सीट पर लोकसभा चुनाव लड़ाने की तैयारी मजबूती से करें। राय ने कहा कि 2024 का चुनाव बहुत ही अहम है इसलिए वो जिला और मंडल स्तर पर पार्टी के नेताओं के साथ लगातार बैठक कर रहे हैं। कांग्रेस ने हाल में यूपी में जाति और समुदाय आधारित संपर्क अभियान भी शुरू किया है जिसमें दलित और अल्पसंख्यक पर उसका खास फोकस है। इसकी वजह से सपा खेमे में बेचैनी भी है।
अजय राय की 80 सीट लड़ने की तैयारी पर लगातार बयानबाजी से कुछ समय पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भड़क गए थे। अखिलेश ने अजय राय की औकात पूछते हुए कांग्रेस नेतृत्व से कहा था कि वो टटपुंजिए नेताओं से बयान दिलाना बंद करे। बाद में राहुल गांधी की तरफ से संदेश आने के बाद यादव के तेवर थोड़े नरम हुए और कहने लगे कि राम मनोहर लोहिया और मुलायम सिंह यादव कह गए हैं कि जब कांग्रेस कमजोर होगी तो समाजवादियों से मदद मांगेगी, तब मना मत करना। अखिलेश ने कहा कि कांग्रेस को जरूरत होगी तो हम मदद करेंगे।
दरअसल ये सारा झगड़ा मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सीटों के समझौते को लेकर सपा और कांग्रेस की बातचीत के बेनतीजा रहने के बाद शुरू हुआ था। तब अखिलेश ने कहा था कि जैसा व्यवहार एमपी में कांग्रेस ने सपा के साथ किया है, यूपी में वैसा ही व्यवहार सपा का कांग्रेस के साथ रहेगा। बता दें कि इंडिया गठबंधन की मुंबई मीटिंग में यह तय हुआ था कि हर राज्य में जो सबसे ताकतवार पार्टी है, बाकी पार्टी अपनी सीटों की चाहत की सूची उसे सौंपेंगे। इस हिसाब से यूपी में कांग्रेस को अपनी विश लिस्ट अखिलेश को ही देनी होगी।