लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद सीएम योगी ने यूपी के विभिन्न विभागों में खाली पदों को भरने के लिए सख्ती दिखाई है। अफसरों को खाली पड़े पदों की सूची बनाकर आयोग को भेजने के निर्देश दिए हैं।सीएम योगी ने राज्य के नियुक्ति के लिए सम्बन्धित चयन आयोगों को तत्काल मांग भेजे जाने के निर्देश देते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि चयन प्रक्रिया की समय-सीमा तय की जाए। यूपी सरकार के एक प्रवक्ता ने यहां बताया कि मुख्यमंत्री ने राज्य के सभी अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रदेश में जारी लोकहित की परियोजनाओं की मौजूदा स्थिति की समीक्षा की और जरूरी दिशानिर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने राज्य में भर्ती योग्य पदों पर नियुक्ति से सम्बन्धित महत्वपूर्ण निर्देश दिए। उन्होंने कहा, जिन विभागों में रिक्तियां हैं और नियुक्ति की जानी हैं, वहां से मांग चयन आयोगों को तत्काल भेजी जाए। नियुक्ति प्रक्रिया में आसानी के लिए ई-मांग की व्यवस्था का उपयोग करें।
आदित्यनाथ ने यह भी कहा, ‘नियुक्ति के लिए मांग भेजने से पूर्व नियमावली का सूक्ष्मता से परीक्षण कर लिया जाए। चयन आयोगों से संपर्क बनाएं। त्रुटिपूर्ण मांग न भेजें। चयन प्रक्रिया की समय-सीमा तय करें।’ मुख्यमंत्री ने एक अन्य निर्देश में कहा कि विश्वविद्यालय, महाविद्यालय, इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलिटेक्निक, आईटीआई समेत सभी शैक्षिक संस्थानों में शैक्षिक कैलेंडर इस प्रकार तैयार किया जाना चाहिए ताकि 10 मई तक सभी आवश्यक परीक्षाएं सम्पन्न हो जाएँ। उनके अनुसार, भीषण गर्मी के मौसम में परीक्षाओं से परहेज किया जाना चाहिए। आदित्यनाथ ने अधिकारियों को विभागीय मंत्रियों के साथ बेहतर तालमेल बनाये रखने और जनहित के मामलों को बेवजह न लटकाने को कहा। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही समाप्त होने वाली है और सभी विभागों द्वारा वर्तमान बजट में तय धनराशि का समुचित रूप से खर्च किया जाना सुनिश्चित किया जाए।
जीएसटी संग्रह के प्रयासों को तेज करने की जरूरत पर जोर देते हुए आदित्यनाथ ने कहा कि क्षेत्र में तैनात अधिकारियों को लक्ष्य दिया जाना चाहिए और उनके प्रदर्शन को ही उनकी पदोन्नति और तैनाती का आधार बनाया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने भीषण गर्मी के मद्देनजर पूरे प्रदेश में कहीं भी अनावश्यक बिजली कटौती नहीं करने की हिदायत देते हुए कहा कि ट्रांसफार्मर जलने, तार गिरने और ट्रिपिंग जैसी समस्याओं का बिना देर किये निस्तारण किया जाना चाहिए। उन्होंने बरसात के मद्देनजर नालों की सफाई कराने के निर्देश देने हुए कहा कि मलिन बस्तियों में साफ-सफाई के साथ साथ नियमित फॉगिंग भी कराई जाए।