राज्य सरकार उत्तर प्रदेश के छह बस अड्डों चारबाग (लखनऊ), सोहराबगेट (मेरठ), जीरो रोड (प्रयागराज), अमौसी (लखनऊ), अयोध्याधाम व रायबरेली में बस टर्मिनल का विकास पीपीपी मॉडल पर बनाए जाएंगे।इसमें सभी सुख-सुविधाएं होंगी, जिससे यात्रियों को बेहतर सुविधा मिल सके। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में सोमवार को प्रदेश में बस टर्मिनल के विकास के संबंध में आयोजित बैठक में यह फैसला किया गया।बैठक में बस टर्मिनल के विकास के लिए वित्तीय निविदा को अनुमोदन प्रदान किया गया। इसके बाद लखनऊ में चारबाग व अमौसी, मेरठ में सोहराबगेट, प्रयागराज में जीरो रोड, अयोध्याधाम और रायबरेली बस टर्मिनल को विकसित करने पर सहमति बनी है। बैठक में प्रमुख सचिव परिवहन एल वेंकटेश्वरलू, प्रमुख सचिव नियोजन आलोक कुमार, सचिव नियोजन अनुराग यादव, एमडी यूपीएसआरटीसी मासूम अली सरवर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।बस स्टैंड को जल्द ही एयरपोर्ट की तर्ज पर अत्याधुनिक बनाया जाएगा। यहां पर एयरपोर्ट की तरह सभी सुविधाएं मिलेंगी। पीपीई मॉडल पर विकसित इन बस अड्डों को को बसपोर्ट के नाम से जाना जाएगा। अधिकारियों ने इसे और बेहतर बनाने के लिए दूसरे राज्यों में पीपीपी मॉडल पर बने अन्य बसअड्डों का निरीक्षण किया। इनकी रिपोर्ट मिलने के बाद निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। इन बस अड्डों में कैफेटेरिया, चालक-परिचालक को आराम करने के लिए कमरे, अंडर ग्राउंड पार्किंग, वर्कशॉप, एटीएम, दुकानें सहित यात्रियों के आराम के लिए करने विकसित किए जाएंगे।टीमें अलग-अलग जगहों जैसे- आंध्र प्रदेश, पंजाब, गुजरात और असम में निरीक्षण पर गईं। इससे पहले अधिकारी पंजाब में निरीक्षण के लिए गए थे। इन बस अड्डों से दिल्ली तक के यात्रियों को लाभ होगा। जल्द ही पीपीपी मॉडल का बस स्टेशन उपलब्ध कराने का काम शुरू हो जाएगा। स्टेशन के विकसित होने के बाद यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलनी शुरू हो जाएंगी।