मॉनसून पूरे यूपी पर मेहरबान है। पूरब से लेकर पश्चिम तक झमाझम बारिश का सिलसिला जारी है। रविवार को श्रावस्ती, गोण्डा, कौशाम्बी, चंदौली, महोबा, अमरोहा, मुजफ्फरनगर को छोड़कर राज्य के हर जिले में अच्छी बारिश हुई।
रविवार को सर्वाधिक वर्षा बस्ती में 40.1 मिलीमीटर दर्ज की गई है। भारी बारिश के चलते कई नदियां खतरे के निशान को पार कर गई हैं।
भारतीय मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक इस मानसून में यूपी में अब तक सामान्य के करीब वर्षा हो चुकी है। अब तक सामान्य से सिर्फ आठ फीसदी वर्षा कम है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में अब तक 419.1 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी है। यहां सामान्य वर्षा 466.8 मिलीमीटर है। वहां राज्य के पश्चिमी उप प्रभाग में अब तक 380.7 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। यहां सामान्य वर्षा 400.2 मिलीमीटर है। रविवार को औसतन 8.4 एमएम वर्षा दर्ज की गई। यह एक दिन में सामान्य से तीन फीसदी कम है। बस्ती में 40.1 मिमी बारिश हुई।
उरई में मां-बेटे की मौत
उरई के कोंच में दो दिन से हो रही बारिश के कारण एक मकान ढह गया जिसमें मां-बेटे की मौत हो गई। वहीं गोरखपुर, बस्ती और देवरिया में सरयू खतरे के निशान को पार कर गई है।
37 मिमी हुई बारिश, सरयू भी उफान पर
पूर्वी यूपी में मानसून सक्रिय है। दक्षिणी पश्चिमी यूपी में बने कम दबाव के क्षेत्र का असर पूर्वी यूपी में दिख रहा है। यहां मानसूनी सिस्टम सक्रिय है। इसके कारण रुक-रुक कर बारिश हो रही है। बीते 24 घंटे में करीब 37 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। यह मध्यम बारिश है। इसके कारण बीते 24 घंटे में दिन के तापमान में 2.6 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई है। रविवार को सुबह से ही मौसम का मिजाज सुहाना बना रहा। आसमान में गहरे काले बादल छाए रहे। बादलों की मौजूदगी दिनभर बनी रही। तड़के झमाझम बारिश हुई। दोपहर में भी बादलों ने एक बार फुहारें गिराई।
मौसम विभाग के मुताबिक रविवार को 37 मिलीमीटर बारिश हुई। इस दौरान दिन का अधिकतम तापमान 31.4 डिग्री सेल्सियस रहा। यह सामान्य से 1.3 डिग्री सेल्सियस कम है। बीते तीन दिनों से रात का न्यूनतम तापमान सामान्य बना हुआ है। रविवार को रात का न्यूनतम तापमान 25.4 डिग्री सेल्सियस रहा। हवा में अधिकतम नमी 98 फीसदी हो गई। न्यूनतम नमी भी 86 फीसदी रही। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार तक आसमान में काले घने बादल छाए रहेंगे। हल्की से मध्यम बारिश होगी। मंगलवार और बुधवार को भारी बारिश भी हो सकती है।
खतरे के निशान से 26 सेमी ऊपर है सरयू
नेपाल में हो रही बारिश का असर जिले की नदियों के जलस्तर में फिर से दिखने लगा है। सरयू नदी एक माह में दूसरी बार खतरे के निशान को पार कर गई है। यह नदी खतरे के निशान से 26 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। वहीं, राप्ती नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान के करीब पहुंचने लगा है। फिलहाल यह खतरे के निशन से एक मीटर 18 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। अन्य नदियों के जलस्तर में भी बढ़ोतरी तो हुई।
सरयू नदी के बढ़ते जलस्तर ने दक्षिणांचल के लोगों की मुसीबतें धीरे-धीरे बढ़ रही हैं। प्रशासन की माने तो अगर यह नदी इसी तरह बढ़ती रही, तो कई गांव बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं। रोहिन नदी खतरे के निशान से एक मीटर 77 सेंटीमीटर और गोर्रा एक मीटर 25 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। कुआनो नदी का भी जलस्तर भी बढ़ा है। जिला आपदा अधिकारी गौतम गुप्ता ने बताया कि घाघरा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। हालांकि अभी कोई गांव बाढ़ से प्रभावित नहीं हुआ है। सभी को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए गए हैं।
रविवार को नदियों का जलस्तर
नदी स्थान जलस्तर खतरे का निशान
सरयू अयोध्या 92.990 92.730
राप्ती बर्डघाट 73.800 74.980
रोहिन तिनमुहानी 80.670 82.440
गोर्रा पिडरा 69.250 70.500
कुआनो मुखलिसपुर 75.600 78.650