लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए बनाई गई मोदी सरकार की योजना देश भर में करोड़ों लोगों को फायदा पहुंचा रही है। यूपी में इस योजना में अभी तक 24 लाख लोग लाभान्वित हो चुके हैं।सरकार की मंशा है कि लोगों की स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए योजना ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे। इसके लिए बड़ी संख्या में आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं। आयुष्मान कार्ड बनाने के मामले में यूपी देश में शीर्ष पर पहुंच गया है। लगातार तीसरे माह प्रदेश की यह बढ़त बरकरार है।यूपी में केवल मई और जून में ही 25 लाख से अधिक लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए गए। गुरुवार की रात प्रदेश में बने कुल कार्डों का आंकड़ा 3 करोड़ पार कर गया। इस मामले में आसाम दूसरे और छत्तीसगढ़ तीसरे पायदान पर रहा। अस्पतालों के पंजीकरण के मामले में भी यूपी पहले स्थान पर है।
मोदी सरकार ने वर्ष 2018 में आयुष्मान भारत योजना शुरू की थी। जिसके तहत लाभार्थी परिवार के हर सदस्य को पांच लाख रुपये हर साल तक इलाज की सुविधा मुफ्त है। प्रदेश में अब तक आयुष्मान योजना के लक्षित लाभार्थियों की संख्या 7.43 करोड़ थी।अब यह संख्या 9 करोड़ से अधिक हो चुकी है। कारण यह है कि योजना के केंद्रीय कोटे के लक्षित लाभार्थियों का यूपी का कोट 1.18 करोड़ से बढ़कर 1.31 करोड़ हो गया है। वहीं 45 लाख से अधिक ऐसे परिवार जिनका कोई ब्योरा नहीं मिल रहा है, उनकी जगह नये लोगों को योजना का लाभ दिया जा सकेगा।
करीब 24 लाख लोगों ने पाया लाभ
इस योजना की नोडल एजेंसी सांचीज की सीईओ संगीता सिंह के अनुसार गुरुवार रात तक प्रदेश में 3 करोड़ 34 हजार 883 लोगों के आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं। इसमें सर्वाधिक सीतापुर में बने हैं। बीते 50 दिन में देश में बनने वाले कुल कार्डों में से 30 फीसदी उत्तर प्रदेश में बने हैं।वहीं अस्पतालों के पंजीकरण के मामले में भी प्रदेश टॉप पर है। अब तक 3540 अस्पतालों को योजना से जोड़ा जा चुका है। इनमें 1119 सरकारी और 2421 निजी अस्पताल शामिल हैं। जहां तक आयुष्मान योजना से लाभ पाने का सवाल है तो अभी तक करीब 24 लाख लोग इससे लाभांवित हो चुके हैं।