राजस्थान के डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस प्रथम वर्ष के एक छात्र से कथित तौर पर रैगिंग का मामला सामने आया है। पुलिस के अनुसार पिछले महीने एमबीबीएस द्वितीय वर्ष के सात छात्रों द्वारा कथित तौर पर रैगिंग किए जाने के बाद पीड़ित के गुर्दे में संक्रमण हो गया और उसे चार बार डायलिसिस करवाना पड़ा।
डूंगरपुर सदर थाने के थानाधिकारी गिरधारी सिंह ने बुधवार को बताया कि कथित रैगिंग की यह घटना 15 मई को हुई जब वरिष्ठ छात्रों ने पीड़ित को कॉलेज के पास एक जगह पर 300 से अधिक उठक-बैठक करवाई, इससे पीड़ित के गुर्दे पर गंभीर असर पड़ा और उसमें संक्रमण हो गया।
उन्होंने बताया कि पीड़ित एक सप्ताह तक अहमदाबाद के अस्पताल में भर्ती रहा और इस दौरान चार बार डायलिसिस किया गया, छात्र की हालत अब स्थिर है। थानाधिकारी ने बताया कि कॉलेज की एंटी-रैगिंग’ कमेटी की जांच में दोषी पाए जाने के बाद कॉलेज प्रिंसिपल ने मंगलवार को सात आरोपी छात्रों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस के अनुसार पीड़ित ने पिछले साल सितंबर में कॉलेज में दाखिला लिया था।
उन्होंने कहा, “उससे पहले भी वरिष्ठ छात्रों ने उसकी रैगिंग की थी, लेकिन उसने इसकी शिकायत नहीं की थी। हालांकि, ताजा घटना उस समय सामने आई जब 20 जून को कॉलेज प्रशासन को ऑनलाइन पोर्टल के जरिए शिकायत मिली, जिसके बाद जांच की गई।” अहमदाबाद के एक अस्पताल में इलाज कराने के बाद छात्र लौटा और जून में फिर से कॉलेज में दाखिल हुआ।
पुलिस के अनुसार सात छात्रों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है, इनकी पहचान देवेंद्र मीणा, अंकित यादव, रवींद्र कुलड़िया, सुरजीत कुमार, विष्णेंद्र धायल, सिद्धार्थ परिहार और अमन रागेरा के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि इन छात्रों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और जांच की जा रही है।