केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने शनिवार को कहा कि राहुल गांधी 2014 में मुलायम सिंह यादव की मदद से अमेठी से लोकसभा चुनाव जीते थे। दरअसल राहुल गांधी 2004 से उत्तर प्रदेश की अमेठी सीट से लोकसभा सांसद थे।
लेकिन 2019 के चुनावों में भाजपा की स्मृति ईरानी ने उन्हें हरा दिया। हालांकि 2014 में स्मृति ईरानी को राहुल गांधी के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। अब स्मृति ईरानी ने 2014 में अमेठी चुनाव में राहुल की जीत का किस्सा सुनाया।
स्मृति ईरानी ने आजतक जी20 समिट में बोलते हुए कहा, “2014 लोकसभा चुनाव में जब मैं अमेठी लड़ने गई तो मेरे पास प्रचार के लिए सिर्फ 30 दिन से भी कम समय था। ये आज सार्वजनिक कहने में मुझे कोई झिझक नहीं कि उस वक्त उन 30 दिनों में मेरे पास 60 प्रतिशत बूथों पर कोई कार्यकर्ता नहीं था टेबल लगाने के लिए। उस वक्त मुलायम सिंह यादव का एक इंटरव्यू हुआ था आजतक पर। मुलायम सिंह जी ने कहा कि मुझे सोनिया गांधी जी के माध्यम से फोन आया है और कहा गया कि राहुल गांधी की मदद कर दो। एक लाख वोट मैंने ट्रांसफर कर दिया।”
उन्होंने आगे कहा, “जब मैं 2014 में हारी तो मेरे और राहुल गांधी के बीच फर्क 1 लाख 5 हजार वोटों का था। अगर मुलायम सिंह मदद नहीं करते तो फर्क 5 हजार वोट बच गया होता। 2019 के चुनावों में किसी भी सर्वे ने ये नहीं कहा था कि मैं जीत रही हूं। सबने कहा था हार रही हूं। 2019 में मैंने 55 हजार 130 वोट से चुनाव जीता।” उन्होंने कहा, “चुनाव आयोग की वेबसाइट पर वोटों को देखें तो पांच दशक से गांधी खानदान ने जितने वोट पाए- प्रत्येक चुनाव में> उससे ज्यादा वोट मैंने 2019 में हासिल किए। फर्क सिर्फ इतना है कि बीजेपी अकेली लड़ रही थी और गांधी खानदान, सपा-बसपा के समर्थन से चुनाव लड़ रहा था। क्योंकि मैं चाहती हूं कि लोग यह बात समझें।” राहुल गांधी इस समय केरल की वायनाड विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं।
“फ्लाइंग किस” को लेकर फिर राहुल पर बरसीं ईरानी
संसद के मॉनसून सत्र के दौरान राहुल गांधी के कथित “फ्लाइंग किस” पर को लेकर एक बार फिर से केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने उन पर निशाना साधा। अमेठी से सांसद स्मृति ईरानी ने कहा कि यह “घृणित व्यवहार” था। ईरानी ने कांग्रेस नेता पर परोक्ष हमला बोलते हुए कहा, ”एक ऐसा व्यक्ति है जिसके पास संसद में आचरण करने की शालीनता नहीं है।” स्मृति ईरानी ने कहा कि यह घटना उनके (राहुल गांधी) लिए शर्म की बात है, न कि उनके या किसी अन्य महिला सांसद के लिए।
उन्होंने कहा, “गांधी परिवार के किसी व्यक्ति को भले ही संसद में रुचि नहीं न हो, लेकिन क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि जब एक महिला कैबिनेट मंत्री वहां (संसद में) होती है, उसके सामने उस व्यक्ति ने जो किया उस पर मुझे बात करनी चाहिए? मुझे क्यों करनी चाहिए? यह उनके लिए शर्म की बात थी… न कि मेरे लिए, न ही किसी अन्य महिला के लिए।”
कैमरे के पीछे अगर कोई दुर्व्यहार करता है….
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि कैमरे के पीछे अगर कोई दुर्व्यहार करता है या ऐसे शब्दों का चयन करता है तो यह हमें स्वीकार नहीं है। उन्होंने कहा, “अगर आप एक 72 साल के व्यक्ति की 100 साल की मां को गालियां देंगे और ये मानेंगे कि मैं कैमरे के सामने बैठी हूं, इसलिए मुझे मुस्कुराना पड़ेगा… तो यह संभव नहीं है। संसद संविधान की सबसे सम्मानित पीठ है। वहां महिलाओं को लेकर कानून बनता है। वो कोई गली-नुक्कड़ नहीं था और क्या गली-नुक्कड़ में भी कोई महिला के साथ ऐसा व्यवहार कर सकता है?”
स्मृति ईरानी ने अपने और राहुल गांधी के बीच राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता पर भी बात की। उन्होंने कहा कि “प्रतिद्वंद्विता (रायवलरी) बराबर वालों के बीच होती है। वह अपनी पार्टी के मालिक हैं। मैं अपनी पार्टी (भाजपा) की कार्यकर्ता हूं।” 9 अगस्त को सांसद के रूप में बहाल होने के बाद सदन में अपने पहले भाषण के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कथित तौर पर फ्लाइंग किस किया था। इस पर खूब विवाद हुआ। बाद में, केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद शोभा करंदलाजे और पार्टी की अन्य महिला सदस्यों ने इस घटना को लेकर राहुल गांधी के खिलाफ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के पास शिकायत दर्ज कराई।