माफिया डॉन अतीक अहमद को साबरमती जेल से लेकर उत्तर पुलिस निकल चुकी है। प्रयागराज कोर्ट में अतीक अहमद की पेशी होनी है। जेल से निकलने के बाद अतीक अहमद ने कहा कि यूपी पुलिस कोर्ट के कंधे पर रखकर मुझे मारना चाहती है।
इसके बाद पुलिस अतीक अहमद को लेकर यूपी रवाना हो गई। अतीक अहमद को प्रयागराज लाया जाएगा। यहां प्रयागराज में अतीक अहमद की किडनैपिंग की एक केस में पेशी होनी है। अतीक अहमद को उदयपुर के रास्ते प्रयागराज लाए जाने की तैयारी है। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अतीक अहमद को प्रयागराज लाया जा रहा है।
अतीक अहमद को गुजरात के अहमदाबाद में स्थित साबरमती जेल से लाने के लिए यूपी पुलिस और एसटीएफ सुबह ही वहां पहुंच गई थी। साबरमती जेल के बाहर भारी पुलिस बस की तैनाती की गई थी। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अतीक अहमद को साबरमती जेल से बाहर निकाला गया था। इस दौरान अतीक अहमद की आंखों में डर साफ झलक रहा था। अतीक अहमद ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस कोर्ट के कंधे पर बंदूक रख कर मुझे मारना चाहती है। जाहिर है अतीक अहमद को अपने एनकाउंटर का डर सता रहा है।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
अतीक अहमद की सुरक्षा को देखते हुए यूपी पुलिस ने बेहद ही सावधानी से रूट का चयन किया है। बताया जा रहा है कि यह सफर करीब 1275 किलोमीटर का है। काफिले की पुलिस टीम के पास मोबाइल नहीं है। यह भी कहा जा रहा है कि सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखकर ही यूपी पुलिस ने अतीक अहमद को लाने के लिए दिन और वक्त की प्लानिंग बनाई थी।
पुलिस के काफिले में 6 गाड़ियां
जानकारी के मुताबिक, यूपी पुलिस की टीम शाम करीब 5 बजकर 45 मिनट पर अतीक अहमद को गुजरात के साबरमती जेल से लेकर निकली थी। मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि अतीक को लाने के लिए पुलिस का जो काफिला चल रहा है उसमें करीब 45 पुलिसवाले शामिल हैं। इसमें 6 गाड़ियां शामिल हैं। अतीक अहमद की गाड़ी को बीच में रखा गया है और पुलिस की गाड़ियां उसके आगे और पीछे मौजूद हैं।
उत्तर प्रदेश पुलिस की एक टीम माफिया एवं नेता अतीक अहमद को प्रयागराज ले जाने के लिए रविवार को गुजरात के अहमदाबाद स्थित साबरमती केंद्रीय जेल पहुंची थी। माफिया डॉन अतीक अहमद इस जेल में जून 2019 से बंद है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अतीक को एक अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा, जो 28 मार्च को एक अपहरण मामले में आदेश पारित करने वाली है, जिसमें वह आरोपी है।
अहमद 2005 में तत्कालीन बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी है। उसके खिलाफ उमेश पाल की हत्या के मामले में हाल ही में मामला दर्ज किया गया था। उमेश पाल, राजू पाल की हत्या का मुख्य गवाह था। 24 फरवरी को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।