साबरमती जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे माफिया अतीक अहमद को एक और झटका लगा है। निकाय चुनाव से पहले बसपा प्रमुख मायावती ने माफिया की पत्नी शाइस्ता परवीन का प्रयागराज से मेयर का टिकट काट दिया है।
मायावती ने प्रयागराज से मेयर पद के लिए घोषित शाइस्ता की उम्मीदवारी को पूरी तरह से रद्द कर दिया है। दो अप्रैल को लखनऊ में हुई बसपा कार्यकर्ताओं की बैठक में मायावती ने इसका औपचारिक तौर पर ऐलान भी कर दिया था। बसपा अब जल्द ही किसी और को प्रयागराज से मेयर का प्रत्याशी घोषित करेगी। बसपा नए प्रत्याशी की तलाश कर रही है।
बतादें कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन को प्रयागराज मेयर का चुनाव न लड़ाने का फैसला किया गया है। उनके स्थान पर किसी दूसरे मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट दिया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि मायावती ने प्रयागराज मंडल प्रभारियों को इस संबंध में निर्देश दे दिया है। अगले एक हफ्ते में निकाय चुनाव उम्मीदवारों की घोषणा शुरू हो जाएगी।
शाइस्ता को बसपा से भी निकाले जाने की तैयारी
उमेश पाल हत्याकांड में नामजद अतीक की पत्नी शाइस्ता का मायावती ने टिकट काट दिया है। माना जा रहा है कि शाइस्ता को अब बसपा से भी निकाले जाने की तैयारी है। जल्द ही शाइस्ता को बसपा से निकाले जाने की घोषणा की जा सकती है। दरअसल उमेश पाल हत्याकांड के बाद से शाइस्ता परवीन फरार चल रही हैं। शाइस्ता की तलाश में पुलिस और एसटीएफ लगातार दबिश दे रही है। इसी के चलते मायावती ने ये कार्रवाई की है। माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद अब बसपा निकाय चुनाव में रिस्क लेने के मूड में नहीं है।
पांच जनवरी को बसपा में शामिल हुईं थी शाइस्ता
अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन ने बेटों समेत पांच जनवरी को ही बसपा की सदस्यता ग्रहण की थी। बसपा में शामिल होने के करीब दो महीने बाद ही उमेश पाल की हत्या हो गई थी। अलोपीबाग स्थित पटेल संस्थान में आयोजित बसपा के मंडलीय कार्यकर्ता सम्मेलन में शाइस्ता परवीन बसपा में शामिल हुईं थीं। इसी दौरान शाइस्ता को प्रयागराज से मेयर पद का प्रत्याशी भी घोषित किया गया था। शाइस्ता ने इस दौरान मायावती के गुणगान में कोई कसर नहीं छोड़ी थी।