कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जीत के बाद से कांग्रेस उत्साहित है। पार्टी ने इसी साल होने वाले तीन बड़े राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश और छ्त्तीसगढ़ के लिए योजना बनाना शुरू कर दिया है।
सोमवार को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश से आए नेताओं से भी मुलाकात की। इस मीटिंग में मध्य प्रदेश के दो पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह मौजूद थे। सूत्रों का कहना है कि इस मीटिंग में खड़गे और राहुल गांधी ने क्षेत्रवार योजना तैयार की और नेताओं से फीडबैक लिया कि आखिर किन मुद्दों पर आगे बढ़ा जा सकता है।
मीटिंग के बाद कांग्रेस कितनी उत्साहित इसे राहुल गांधी के बयान से भी समझा जा सकता है। राहुल गांधी ने मीटिंग के बाद कहा, ‘हमने अभी विस्तार से चर्चा की है। हमारा आंतरिक आकलन कहता है कि हमने जिस तरह कर्नाटक में 136 सीटों पर जीत हासिल की थी। उसी तरह हम मध्य प्रदेश में 150 से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल करेंगे।’ मध्य प्रदेश में विधानसभा की कुल 130 सीटें हैं। 2018 में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी और सरकार का गठन किया था। लेकिन कुछ अरसे बाद ही ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत के चलते भाजपा वापस सत्ता में आ गई थी।
मध्य प्रदेश की राजनीति को समझने वाले मानते हैं कि कांग्रेस राज्य में अपनी स्थिति मजबूत देख रही है। इसकी वजह यह है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के रहते हुए कमलनाथ और उनके बीच गुटबाजी थी। लेकिन जब वह पार्टी से ही बाहर चले गए हैं तो राज्य में अब गुटबाजी नहीं है। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के बीच अच्छी बॉन्डिंग देखने को मिलती रही है। मध्य प्रदेश के साथ ही कांग्रेस ने राजस्थान को लेकर भी तैयारियां तेज कर दी हैं। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सचिन पायलट और अशोक गहलोत की आज दिल्ली में मीटिंग बुलाई है। इस दौरान चुनाव की रणनीति पर बात होगी और साथ ही एकता पर भी चर्चा की जाएगी।