
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद प्रमोद तिवारी ने शनिवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस से खास बातचीत में भारतीय जनता पार्टी और केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। इस बातचीत के दौरान उन्होंने नेशनल हेराल्ड केस, दिल्ली के सीलमपुर से हिंदुओं के पलायन और भाजपा नेताओं के बयानों पर बेबाक टिप्पणी की।
नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किए जाने के बाद कांग्रेस की ओर से बनाई जा रही रणनीति को लेकर भाजपा का आरोप है कि वह ईडी और अदालत पर दबाव डालना चाहती है। इस पर प्रमोद तिवारी ने कहा कि देश और देशहित कांग्रेस के लिए सर्वोपरि है। उन्होंने कहा कि हम देशभक्त हैं, राष्ट्रभक्त हैं। हम अंग्रेज भक्त नहीं हैं। भारतीय जनता पार्टी अंग्रेज भक्त है। जब देश आज़ादी की लड़ाई लड़ रहा था, तब इनका मातृ संगठन अंग्रेजों की फौज में भर्ती होने के लिए पत्र लिखता था। वह उस समय भी अंग्रेजों की चापलूसी कर रहे थे और अब आजादी के लिए आवाज उठाने वाले नेशनल हेराल्ड और उसके सहयोगियों से बदला ले रहे हैं।
तिवारी ने आगे कहा कि कांग्रेस कभी भी ऐसी ताकतों के सामने झुकी नहीं है और न ही उनकी लड़ाई कमजोर पड़ी है। उन्होंने कहा कि भारत माता और देश के हित में कांग्रेस का संघर्ष हमेशा जारी रहेगा।
पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर द्वारा नेशनल हेराल्ड को ‘कांग्रेस का एटीएम’ बताए जाने पर भी तिवारी ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि जरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो देख लिया करें। जितनी योजनाएं नहीं होतीं, भाजपा उससे ज़्यादा फोटो दिखाकर विज्ञापन पर खर्च करती है। उन्होंने कहा कि ठाकुर को इस पर बोलने से नुकसान ही होगा क्योंकि जहां तक नेशनल हेराल्ड का सवाल है, यह देश की आजादी के लिए एक प्रखर आवाज था। जो भी उसे विज्ञापन देगा, वह देशहित में काम करेगा।
दिल्ली के सीलमपुर इलाके में हिंदू समुदाय के पलायन को लेकर लग रहे पोस्टरों और तनावपूर्ण माहौल पर भी प्रमोद तिवारी ने टिप्पणी की। केंद्र सरकार को घेरते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली एक केंद्र शासित प्रदेश है और गृह मंत्रालय के अधीन है। राष्ट्रपति,प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और पूरा मंत्रिमंडल वहीं रहता है। अगर वहां के निवासी पलायन करने को मजबूर हैं तो इसका सीधा मतलब है कि मोदी सरकार का डबल इंजन मॉडल फेल हो गया है। सरकार पटरी से उतर गई है और उसे सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा ‘हमारे आदर्श शिवाजी हैं, औरंगजेब नहीं’ कहे जाने पर भी प्रमोद तिवारी ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि हमें शिवाजी पर गर्व है। उन्होंने देश के स्वाभिमान की रक्षा के लिए संघर्ष किया। लेकिन मैं राजनाथ सिंह जी से पूछना चाहता हूं कि शिवसेना, जो शिवाजी के आदर्शों पर बनी थी, उसे तोड़ने का काम किसने किया? आपकी पार्टी ने ही तो किया। आप खुद उन पार्टियों को तोड़ रहे हैं जो शिवाजी के आदर्शों पर चलती हैं और फिर उन्हीं का नाम लेकर देश को गुमराह कर रहे हैं।