शहीद-ए-आजम भगत सिंह और संविधान निर्माता बीआर अंबेडकर के साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तस्वीर लगाए जाने पर विवाद खड़ा हो गया है। भाजपा ने इसे महापुरुषों का अपमान बताकर हमला किया है।इस बीच आम आदमी पार्टी ने तस्वीर विवाद पर चुप्पी तोड़ते हुए अपने कदम को सही ठहराया है। पार्टी की दलील है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री भगत सिंह जैसा ही काम कर रहे हैं। इसलिए उनके साथ तस्वीर लगाने में कुछ गलत नहीं है।
गुरुवार को केजरीवाल की पत्नी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में भगत सिंह और बीआर अंबेडकर के बीच अरविंद केजरीवाल की ‘जेल वाली तस्वीर’ लगी दिखाई दी। भाजपा की ओर से आपत्ति जताए जाने पर आम आदमी पार्टी के नेता जैस्मिन शाह ने प्रतिक्रिया दी और इसे सही ठहराया। एक टीवी डिबेट शो के दौरान उन्होंने भाजपा की आपत्ति को खारिज करते हुए कहा कि जिस तरह भगत सिंह और गांधी जी तानाशाही के खिलाफ लड़े थे उसी तरह अरविंद केजरीवाल भी लड़ रहे हैं।
जैस्मिन शाह ने कहा, ‘आज अरविंद जी की सलाखों वाली तस्वीर देखकर सिर्फ भाजपाइयों को ऐतराज है। क्यों ऐतराज होना चाहिए जो काम गांधी जी ने और शहीद-आजम भगत सिंह ने किया था कि कि उस समय के तानाशाहों के खिलाफ लड़े थे, जेल गए शहादत दी। तो आज वह काम अरविंद केजरीवाल जी कर रहे हैं। उनका गुनाह क्या था उनका गुनाह था कि शानदार सरकारी स्कूल बनाए, गरीबों को बिजली मुफ्त दी। तानशाही की लड़ाई के लिए अगर इनको जेल भेजेंगे तो क्यों नहीं बराबरी करनी चाहिए। वह हमारे पूज्यनीय हैं, हम स्वीकार करते हैं कि उनके पैरों की धूल के बराबर भी नहीं हैं। लेकिन आपको आपत्ति क्यों होनी चाहिए। आप तानाशाही वाले काम करोगे तो भुगतोगे।’
भाजपा ने क्या कहा?
भगत सिंह और अंबेडकर के बीच केजरीवाल की तस्वीर लगाए जाने पर भाजपा ने आम आदमी पार्टी पर जोरदार हमला किया है। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, ‘भगत सिंह जी और बाबासाहेब अंबेडकर जी के बीच में एक कट्टर भ्रष्टाचारी अरविंद केजरीवाल की फोटो लगाना बहुत ही खेदपूर्ण है। पहले पति कैमरे के सामने आके झूठ बोलते थे। अब जेल में हैं तो पत्नी से झूठ बुलवा रहे है। जनता AAP के बहकावे में नहीं आने वाली।’