देश के कई राज्यों में मॉनसून काफी सक्रिय है, जिसके चलते मूसलाधार बारिश हो रही है। नदियों में पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। इस बीच, मौसम विभाग ने उत्तराखंड, बिहार समेत कम से कम दस राज्यों में अगले पांच दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
इस वजह से लोगों को अलर्ट रहने की जरूरत है। हालांकि, अगले एक हफ्ते तक देश के अन्य हिस्सों में बारिश की गतिविधियों में कमी दर्ज की जाएगी, जिससे लोग राहत की सांस ले सकते हैं।
उत्तर पश्चिम भारत के लिए मौसम विभाग ने बताया है कि उत्तराखंड में 9 से 13 अगस्त, पूर्वी उत्तर प्रदेश में 9 अगस्त, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा में 10 और 13 अगस्त, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 13 अगस्त, पूर्वी उत्तर प्रदेश में 10 और 13 अगस्त को भारी से भारी बारिश होने जा रही है। हालांकि, सात दिनों के बाद उत्तर पश्चिम के राज्यों में बारिश की गतिविधि कुछ कम होगी।
पूर्वी भारत की बात करें तो बिहार, सब हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम में 9 से 13 अगस्त, झारखंड में 9, 12 और 13 अगस्त, झारखंड में 9 अगस्त, सिक्किम में 9, 12 और 13 अगस्त को बहुत तेज बारिश होगी। इसके अलावा, बिहार में भी आज तेज बारिश का अलर्ट है। नॉर्थईस्ट इंडिया की बात करें तो अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अगले पांच दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
दिल्ली में अगले दो दिन में हल्की बारिश के आसार
राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को उमस भरी गर्मी रहने और अगले दो दिन में हल्की बारिश होने के आसार हैं। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी। दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला ने शहर का न्यूनतम तापमान बुधवार को 26.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया तथा अधिकतम तापमान के 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान जताया। विभाग ने राष्ट्रीय राजधानी में अगले दो दिन में मुख्य रूप से बादल छाए रहने और हल्की बारिश होने का अनुमान जताया है। दिल्ली में इस साल अब तक 762 मिमी बारिश हो चुकी है, जो औसत वार्षिक वर्षा 774 मिमी का लगभग 99 प्रतिशत है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, पिछले महीने भारी बारिश के कारण दिल्ली में पिछले पांच साल में जुलाई में सबसे अच्छी वायु गुणवत्ता रही जबकि औसत अधिकतम तापमान भी 2016 के बाद से सबसे निचले स्तर पर गिर गया।
गौरीकुंड में फिर भूस्खलन, दो बच्चों की मौत
केदारनाथ यात्रा मार्ग के आधार शिविर गौरीकुंड में लगातार बारिश के बीच बुधवार सुबह एक झोंपड़ी के भूस्खलन के मलबे की चपेट में आने से उसमें सो रहे एक परिवार के दो बच्चों की मृत्यु हो गयी तथा एक अन्य घायल हो गया। गौरीकुंड में पांच दिन के भीतर भूस्खलन की यह दूसरी घटना है। रुद्रप्रयाग के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि गौरीकुंड गांव में हेलीपैड के समीप स्थित झोंपड़ी ऊपर पहाड़ी से हुए भूस्खलन की चपेट में आ गयी जिससे उसके मलबे में परिवार के चार सदस्य दब गए। उन्होंने बताया कि जानकी नामक महिला को मलबे से सुरक्षित बाहर निकाला गया जबकि उसके तीनों बच्चे मलबे में दब गए। सूचना मिलने पर राहत एवं बचाव दल मौके पर पहुंचे और बच्चों को बाहर निकालकर गौरीकुंड के एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया।