कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को लेकर ऐसी खबर थी कि वह लोकसभा चुनाव 2024 में अपनी मां सोनिया गांधी की सीट रायबरेली से चुनाव लड़ेंगी। मगर इंडिया टुडे के सूत्रों ने बताया कि प्रियंका गांधी की आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने की संभावना न के बराबर है।
सोनिया गांधी के राजस्थान से राज्यसभा चुनाव लड़ने के फैसले के बाद ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि प्रियंका गांधी रायबरेली में भाजपा से मुकाबला करेंगी।
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और खासतौर से गांधी परिवार का गढ़ माने जाने वाले रायबरेली को लेकर ऐसा अनुमान था कि प्रियंका गांधी यहां से लोकसभा चुनाव लड़ेंगी। वहीं राहुल गांधी को लेकर खबर थी वह अमेठी और वायनाड दोनों ही सीटों से लड़ेंगे। फिलहाल, इसे लेकर किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं की गई है।
गुरुवार को एनडीटीवी की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि प्रियंका गांधी रायबरेली सीट से चुनावी डेब्यू करने जा रही हैं। वहीं, राहुल 2019 लोकसभा चुनाव की ही तरह अमेठी और वायनाड से चुनाव लड़ेंगे। खास बात है कि वाम दलों की तरफ से केरल की वायनाड सीट पर उम्मीदवार का ऐलान कर दिया गया था। इसके बाद से ही अमेठी को लेकर भी चर्चाएं तेज थीं।
कांग्रेस के लिए क्यों अहम रायबरेली और अमेठी की सीट
साल 2004 से ही रायबरेली सीट पर कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी जीत दर्ज करती आ रही थीं। 2019 में वह उत्तर प्रदेश की 80 सीटों में से कांग्रेस की एकमात्र सांसद थीं। इस बार उन्होंने राजस्थान से राज्यसभा का रुख किया। हालांकि, कहा जा रहा है कि अमेठी की जनता के नाम लिखे पत्र में उन्होंने पहले ही गांधी परिवार से ही उम्मीदवार होने के संकेत दे दिए थे।
राहुल गांधी ने भी चुनावी डेब्यू अमेठी सीट से किया था। इसके बाद उन्होंने यहा 2009 और 2014 में भी जीत दर्ज की। हालांकि, बीते लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी स्मृति ईरानी ने उन्हें 50 हजार से ज्यादा मतों से हरा दिया था।
रायबरेली से किसे मौका देगी भाजपा
भारतीय जनता पार्टी ने बीते शनिवार को ही 195 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। इसमें अमेठी का नाम भी शामिल है, जहां से भाजपा ने एक बार फिर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को मौका दिया है। हालांकि, अब तक रायबरेली से उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नहीं किया है। पहले अटकलें लगाई जा रही थीं कि इस सीट से भाजपा मनोज पांडे को मौका दे सकती है। फिलहाल, इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है।