22 जनवरी को अयोध्या में होने वाली राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले बड़ा फैसला लिया गया। अयोध्या की तरह अब लखीमपुर खीरी जिले के चौराहों का भी नाम बदला जाएगा। प्राण प्रतिष्ठा से पहले बदले जा रहे इन चौराहों का नाम राम, जानकी, परशुराम पर रखा जाएगा।
शनिवार को नगर पालिका ने बोर्ड बैठक में चार चौराहों के नाम बदलने का प्रस्ताव पारित कर दिया। लखीमपुर खीरी जिले में राम जन्म भूमि परिसर में बने मन्दिर में प्रभू श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन को एक विशेष बोर्ड बैठक का आयोजन पालिका सभागार में किया गया। इसमें राम जन्म भूमि परिसर में बने मन्दिर में प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन को लेकर शहर में कार्यक्रम करने को विचार-विमर्श किया गया। नगर के सदर चौराहा को श्रीराम चौराहा, सौजन्या चौराहा को जानकी चौक के नाम से किए जाने पर विचार-विमर्श किया गया। वार्ड ईदगाह को वार्ड राम जानकीपुरम् के नाम से नामकरण किए जाने, राकेश कुमार मिश्रा सभासद वार्ड सिकटिहा का प्रस्ताव लोहिया भवन चौराहा का नामकरण भगवान परशुराम चौराहा के नाम पर किए जाने का प्रस्ताव रखा।
अयोध्या में दो चौराहों का बदला जा चुका है नाम
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अयोध्या में बन रहे राम मंदिर निर्माण से पहले ही रामनगरी के दो चौराहों का नाम बदला जा चुका है। 2022 में सीएम योगी ने इन चौराहों का उद्घाटन भी कर चुके हैं। बतादें कि अयोध्या के रानोपाली क्षेत्र में स्थित उदया चौराहा का नाम बदलकर लता मंगेशकर चौक रखा गया था। इसके अलावा अयोध्या के ही टेढ़ी बाजार चौराहे का नाम भी बदला गया था। टेढ़ी चौराहा को अब को निषादराज चौक के नाम से जाना जाता है। इन दोनों चौराहों का नाम बदलने को लेकर भी नगर निगम की बोर्ड बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया था, इसके बाद प्रस्ताव शासन को भेजा गया। शासन से मंजूरी मिलने के बाद दोनों चौराहों का नाम बदल दिया गया।
लता मंगेशकर चौक पर लगी है 40 फीट ऊंची वीणा
स्वर कोकिला कही जानी वाली लता मंगेशकर के निधन के बाद अयोध्या में उदया चौराहा का नाम बदलकर लता मंगेशकर चौक किया गया था। इस चौराहे पर करीब पांच करोड़ की लागत से वाद्ययंत्र वीणा को स्थापित किया गया है। जिसकी लंबाई 40 फिट व चौड़ाई करीब 10 फिट होगी। इसका वजन करीब साढ़े पांच टन होगा। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए लाइटिंग और साउंड सिस्टम भी लगा है।