बलूचिस्तान के ग्वादर पोर्ट पर बुधवार को आतंकी हमला हुआ। सात बंदूकधारियों को पुलिस और सुरक्षाबलों ने मार गिराया है। ये सभी हमलावर ग्वादर पोर्ट अथॉरिटी कॉम्प्लेक्स में जबरन घुस गए और गोलीबारी करने लगे।
इस दौरान इलाके में विस्फोट की भी आवाजें सुनी गईं। ग्वादर पोर्ट चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) के लिए महत्वपूर्ण है, जिसमें अरबों डॉलर की सड़कें और ऊर्जा परियोजनाएं शामिल हैं और यह चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) का भी हिस्सा है।
ग्वादर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कैप्टन (सेवानिवृत्त) जोहैब मोहसिन ने पाकिस्तानी मीडिया हाउस डॉन.कॉम को बताया कि आठ सशस्त्र हमलावरों को मार गिराया गया, लेकिन बाद में गिनती को संशोधित कर सात कर दिया गया। हमले की स्थिति के बारे में उन्होंने कहा कि गोलीबारी पूरी तरह बंद हो गई है। मकरान डिवीजन के आयुक्त सईद अहमद उमरानी ने हमले की पुष्टि की और कहा कि हमलावर ग्वादर पत्तन परिसर में घुस गए थे। सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा बलों की एक बड़ी टुकड़ी ने हमले का जवाब दिया और हमलावरों के परिसर में प्रवेश करने के प्रयास को विफल कर दिया। जब अभियान चल रहा था, स्थानीय पुलिस ने इलाके के चारों ओर घेराबंदी कर दी थी।
बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) की मजीद ब्रिगेड ने हमले की जिम्मेदारी ली है। बता दें कि प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान द्वारा नवंबर 2022 में सरकार के साथ अपना संघर्ष विराम समाप्त करने के बाद पाकिस्तान में पिछले वर्ष, विशेष रूप से खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि देखी गई है। नवंबर में ग्वादर में सुरक्षा बलों के दो वाहनों पर आतंकवादियों के हमले में पाकिस्तानी सेना के 14 जवानों की मौत हो गई थी। तटीय जिले में पसनी से ओरमारा की ओर जाते समय सैन्य वाहनों पर हमला हुआ।
पिछले महीने सेंटर फॉर रिसर्च एंड सिक्योरिटी स्टडीज द्वारा जारी एक सुरक्षा रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में फरवरी में 97 आतंकवादी हमले हुए, जिसके परिणामस्वरूप 87 मौतें हुईं और 118 घायल हुए। गौरतलब है कि जनवरी में, सुरक्षा बलों ने बलूचिस्तान के माच और कोलपुर इलाकों में आतंकवादी हमलों को सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया था जिसमें 10 से अधिक बीएलए हमलावर मारे गए थे। सेना की मीडिया शाखा, इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने बताया था कि आत्मघाती हमलावरों सहित कई आतंकवादियों ने बलूचिस्तान में माच और कोलपुर परिसरों पर हमले किए।