पत्रकारों के बायकॉट पर यू-टर्न की तैयारी? कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा-यह असहयोग आंदोलन
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क्या इंडिया गठबंधन 14 पत्रकारों के बॉयकॉट से यू-टर्न लेने की तैयारी में है? कांग्रेस नेता पवन खेड़ा के शनिवार को जारी बयान से तो कुछ ऐसा ही संकेत मिल रहा है। पवन खेड़ा ने अपने ताजा बयान में कहा कि इंडिया गठबंधन ने 14 पत्रकारों का बायकॉट नहीं किया है।

बल्कि यह एक तरह का असहयोग आंदोलन है। उन्होंने आगे यह भी कहा कि कुछ भी स्थायी नहीं होता है। अगर भविष्य में इन पत्रकारों को अपनी गलती का एहसास हो जाता है तो इंडिया गठबंधन के नेता इनके शो में जाना शुरू कर देंगे। पवन खेड़ा ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक से दो दिन पहले ही यह बात कही है। गौरतलब है कि इससे पहले ऐसी भी बातें सामने आई थीं कि इंडिया गठबंधन में पत्रकारों के बायकॉट पर एकराय नहीं है।

हमें नफरत नहीं फैलानी है
बता दें कि इंडिया गठबंधन ने हाल ही में एक लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में 14 एंकर्स हैं, जिनके शो में इंडिया गठबंधन की तरफ से किसी नेता को नहीं भेजे जाने की बात कही गई है। इन एंकर्स के नाम हैं, अदिति त्यागी, अमन चोपड़ा, अमीश देवगन, आनंद नरसिम्हा, अर्णव गोस्वामी, अशोक श्रीवास्तव, चित्रा त्रिपाठी, गौरव सावंत, नविका कुमार, प्राची पाराशर, रुबिका लियाकत, शिव अरूर और सुधीर चौधरी के नाम शामिल हैं। इस बारे में पूछे जाने पर पवन खेड़ा ने कहा कि हमने किसी को बैन, बायकॉट या ब्लैकलिस्ट नहीं किया है। इसे एक तरह से असहयोग आंदोलन कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि हम ऐसे किसी भी व्यक्ति के साथ सहयोग नहीं करेंगे, जो समाज में नफरत फैला रहा है। हमें उन्हें नफरत फैलाने से रोक रहे हैं। खेड़ा ने कहा कि अगर आप नफरत फैलाना चाहते हैं तो फैलाइए, आप ऐसा करने के लिए आजाद हैं। हमें आपके गुनाह में शरीक नहीं होना है।

वो हमारे दुश्मन नहीं
पवन खेड़ा ने लिस्ट में शामिल पत्रकारों को लेकर कहा कि वह लोग हमारे दुश्मन नहीं हैं। मीडिया के इन दोस्तों में हम किसी से नफरत नहीं करते, उनकी अपनी मजबूरियां हो सकती हैं। उन्होंने आगे कहा कि कुछ भी स्थायी नहीं होता है। अगर कल को उन्हें एहसास हो जाता है कि वह जो कर रहे थे, वह देश और समाज के लिए ठीक नहीं था, तो फिर से हम उनके कार्यक्रम में जाना शुरू कर देंगे। खेड़ा ने कहा कि इसलिए इसको बैन कहकर मत बुलाइए। कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि अगर कोई सड़क पर कचरा फेंकना जारी रखता है तो हमें स्वतंत्रता है कि हम रास्ता बदल लें। फिलहाल हम यही कर रहे हैं। गौरतलब है कि इंडिया गठबंधन की बायकॉट लिस्ट को भाजपा ने इमरजेंसी कहा है।

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