मुंबई में इंडिया गठबंधन की बैठक संपन्न हो चुकी है। इस बैठक में विपक्ष के बड़े नेताओं ने कई अहम मामलों पर चर्चा की। कुछ नई चीजें भी सामने आईं, लेकिन जिन दो खास बातों को लेकर सबसे ज्यादा उम्मीद थी, उनसे जुड़ा कोई ऐलान फिलहाल नहीं हुआ है।
यह दो बातें थी इंडिया गठबंधन के संयोजक का नाम और गठबंधन का लोगो। वहीं, इंडिया गठबंधन ने कुछ समितियों की घोषणा कर दी है। हालांकि बैठक की अहम बात यह रही कि सीट शेयरिंग को लेकर भी सभी नेताओं में सहमति बनती दिखाई दे रही है।
लोगो को लेकर तेज थी चर्चा
मुंबई में होने वाली इंडिया गठबंधन की बैठक से पहले इसके लोगो को लेकर चर्चा काफी तेज थी। कुछ नेताओं ने दावा किया था कि इस बैठक के दौरान इंडिया गठबंधन का लोगो जारी कर दिया जाएगा। लेकिन मुंबई में विपक्ष के नेताओं द्वारा जानकारी दी गई कि गठबंधन के लोगो का अनावरण फिलहाल टल गया है। मेजबान, शिवसेना (उद्धव गुट) के सांसद संजय राउत और कांग्रेस के विपक्ष के नेता विजय वड्डेट्टीवार ने इस बारे में जानकारी दी। इसके बारे में बताया गया कि लोगो के 6 डिजाइन शॉर्ट लिस्ट हुए थे, इसमें से एक को चुना गया। लेकिन, इस पर भी सहमति नहीं बन सकी है। बताया गया है कि इसमें कुछ बदलाव करने के सुझाव मिले हैं। यही वजह रही कि लोगो की लांचिंग फिलहाल के लिए टाल दी गई है।
संयोजक के नाम पर कंफ्यूजन
लोगो के अलावा संयोजक के नाम को लेकर भी लगातार बातें हो रही थीं। बेंगलुरु में इस पद के लिए नीतीश कुमार के नाम पर चर्चा उठने की बातें सामने आई थीं, लेकिन उनका नाम फाइनल नहीं हो सका। मुंबई की बैठक में उम्मीद थी कि इंडिया गठबंधन इस बारे में कुछ अहम फैसला लेगी, लेकिन यहां भी मामला अटक गया। बताया जा रहा है कि संयोजक के नाम पर गठबंधन दलों में सहमति नहीं बन पा रही है। फिलहाल इंडिया गठबंधन के संयोजक पद के नीतीश कुमार, मल्लिकार्जुन खरगे के अलावा शरद पवार का नाम भी चर्चा में है। बता दें कि इंडिया गठबंधन के लिए संयोजक का पद काफी अहम है।
बैठक में हुए यह फैसले
गौरतलब है कि इंडिया गठबंधन ने सर्वोच्च ईकाई के रूप में शुक्रवार को 14 सदस्यीय एक महत्वपूर्ण समिति का गठन किया। इसमें कई दलों के प्रमुख नेता शामिल हैं। इसके साथ ही 19 सदस्यीय चुनाव अभियान समिति, सोशल मीडिया से संबंधित 12 सदस्यीय कार्य समूह, मीडिया के लिए 19 सदस्यीय कार्यसमूह और शोध के लिए 11 सदस्यीय समूह गठित किया है। बैठक के बाद राहुल गांधी ने कहा कि एक समन्वय समिति और इस समन्वय समिति के अंतर्गत समितियां होंगी। इसके अलावा सीट-बंटवारे पर सभी चर्चाओं और निर्णयों में तेजी लाएंगे और उन्हें जल्द से जल्द पूरा करेंगे।