अमृतपाल को लेकर भारत ने नेपाल को अलर्ट किया है। काठमांडू स्थित इंडियन एंबेसी ने नेपाल सरकार को आगाह किया है कि अमृतपाल सिंह नकली पासपोर्ट इस्तेमाल करते हुए वहां शरण ले सकता है।
इस बारे में भारतीय दूतावास ने नेपाल के विदेश मंत्रालय के कांसुलर सेवा विभाग और आव्रजन विभाग को मौखिक नोट भेजा है। इसमें कहा गया है कि अमृतपाल सिंह के खिलाफ भारत में लुकआउट नोटिस जारी हो चुकी है। वह भारत या किसी अन्य देश के नकली पासपार्ट पर नेपाल के रास्ते भागने की कोशिश कर सकता है। गौरतलब है कि खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह की पंजाब समेत विभिन्न राज्यों में तेजी से तलाश की जा रही है।
डील-डौल के बारे में बताया
25 मार्च को जारी किए गए है इस मौखिक नोट में अमृतपाल सिंह के डील-डौल के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई है। इसके मुताबिक अमृतपाल 30 साल का है और उसकी रंगत साफ है। भारतीय दूतावास ने नेपाल सरकार से कहा है कि वह अमृतपाल को यहां से होकर किसी अन्य देश की यात्रा न करने दे। साथ ही यह भी कहा गया है कि अगर वह यहां से भारतीय पासपोर्ट या कोई भी अन्य नकली पासपोर्ट इस्तेमाल करते हुए भागना चाहे तो नेपाल के अधिकारी उसे गिरफ्तार कर लें।
कई पासपोर्ट रखने का शक
माना जाता है कि अमृतपाल के पास अलग-अलग पहचान वाले कई पासपोर्ट हैं। पंजाब पुलिस ने 18 मार्च को अमृतपाल के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी, तभी से वह फरार है। कट्टरपंथी अलगाववादी अमृतपाल ने पुलिस को भी चकमा दे दिया और पंजाब के जालंधर जिले में उसके काफिले को रोके जाने के बावजूद वह पुलिस के जाल से बच निकलने में कामयाब रहा। इस बीच, गृह मंत्रालय ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को नेपाल-भारत सीमा क्षेत्र में हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है।
चल रही है तलाश
बता दें कि पंजाब में अमृतपाल सिंह की तलाश जोरों से चल रही है। अभी तक पंजाब पुलिस ने इस सिलसिले में वारिस पंजाब दे के करीब 100 समर्थकों को गिरफ्तार किया है। माना जाता है कि अमृतपाल खालिस्तानी आंदोलन का समर्थक है। वहीं, अमृतपाल के समर्थकों की गिरफ्तारी के बाद खालिस्तान समर्थक संगठनों ने ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, ब्रिटेन और अमेरिका में प्रदर्शन किया है। भारत ने इन प्रदर्शनों के सिलसिले में संबंधित देशों में अपना विरोध दर्ज कराया है।