पश्चिमी उत्तर प्रदेश की आठ लोकसभा सीटों पर 19 अप्रैल को होने वाले पहले चरण के मतदान के लिए तैयारियां पूरी हो गई हैं। सभी बूथों पर पोलिंग पार्टियां पहुंच गई हैं।पश्चिमी यूपी की सहारनपुर, बिजनौर, कैराना, मुजफ्फरनगर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत लोकसभा सीटों पर कल वोटिंग होगी। इन सीटों पर चुनाव प्रचार में सभी पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत लगाई है। एनडीए औऱ भाजपा की तरफ से खुद पीएम मोदी, सीएम योगी, गृहमंत्री अमित शाह और रालोद प्रमुख जयंत चौधरी प्रचार के लिए पहुंचे थे। इंडिया गठबंधन से अखिलेश यादव के साथ ही प्रियंका गांधी ने प्रचार किया। बसपा की तरफ से मायावती के अलावा उनके भतीजे आकाश आनंद ने कई सभाएं कीं।पहले चरण की आठ सीटों में से पांच में भाजपा पिछली बार चुनाव हार गई थी। 2019 के चुनाव में भाजपा को केवल तीन मुजफ्फरनगर, कैराना और पीलीभीत में जीत मिली थी। सपा ने मुरादाबाद और रामपुर जीती थी। बसपा ने सहारनपुर, नगीना और बिजनौर सीटें जीती थीं। बाद में हुए उपचुनाव में भाजपा ने रामपुर सीट पर जीत हासिल की थी।
नए समीकरण के साथ वोटिंग
पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में इस बार समीकरण पूरी तरह बदले हुए हैं। पिछली बार सपा-बसपा साथ थे। रालोद में सपा-बसपा के गठबंधन में थी। कांग्रेस अकेले लड़ी थी। इस बार बसपा अकेले लड़ रही है। कांग्रेस सपा के साथ आ गई है। रालोद भाजपा के साथ चली गई है। इन निर्वाचन क्षेत्रों में मतदाताओं के लिए रोजगार, शिक्षा और विकास प्रमुख मुद्दे हैं। भाजपा ने विकास और अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को केंद्र में रखकर अभियान चलाया है, तो वहीं विपक्षी नेताओं ने क्षेत्र में कृषि विधेयक और रोजगार के मुद्दे उठाए हैं।
सात सीटों पर त्रिकोणीय, एक पर चतुष्कोणीय मुकाबला
इस बार सात सीटों पर एनडीए, इंडिया गठबंधन और बसपा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। नगीना सीट पर आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर के उतरने से मुकाबला चतुष्कोणीय हो गया है। पुलिस महानिदेशक कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रदेश के नौ जनपदों सहारनपुर, शामली, मेरठ, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत में स्थित आठ लोकसभा क्षेत्रों के 7689 मतदान केंद्रों के 14,849 मतदेय स्थलों पर मतदान होना है। प्रथम चरण के आठ लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 1.43 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें 76.23 लाख पुरुष, 67.14 लाख महिला तथा 824 लैंगिक रूप से तृतीय वर्ग के हैं।
भारी पुलिस फोर्स तैनात
पुलिस महानिदेशक कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, प्रथम चरण के मतदान को सकुशल संपन्न कराने हेतु 6018 निरीक्षक/उप निरीक्षक, 35750 मुख्य आरक्षी/आरक्षी, 24992 होमगार्ड, 60 कंपनी पीएसी बल तथा 220 कंपनी अर्ध सैनिक बल की व्यवस्था की गई है। इसके अतिरिक्त 6764 ग्राम चौकीदार तथा 155 पीआरडी जवान भी तैनात किये गये हैं। सभी नौ जनपदों मे 348 फ्लाइंग स्क्वायड टीम, 459 स्टैटिक सर्विलांस टीम तथा 55 क्यूआरटी टीम का गठन कर निरंतर चौकसी तथा जांच पड़ताल की जा रही है।
सबसे ज्यादा कैराना में प्रत्याशी
आठ सीटों पर हो रहे इस चरण के चुनाव में कुल 80 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें 73 पुरुष और सात महिलाएं हैं। मुरादाबाद से 12, कैराना से 14, मुजफ्फरनगर और बिजनौर से 11-11, सहारनपुर और पीलीभीत से 10-10, नगीना और रामपुर से छह-छह उम्मीदवार मैदान में हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक, पहले चरण में कुल 1.43 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे।
योगी की सबसे ज्यादा रैलियां
पहले चरण के चुनाव के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मेरठ और पीलीभीत में रैलियों को संबोधित किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इन सीटों पर सबसे ज्यादा 20 से अधिक रैलियों को संबोधित कर चुके हैं। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी पहले चरण में चुनाव वाले अनेक लोकसभा क्षेत्रों में रैलियों को संबोधित किया। कांग्रेस महासचिव और स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी ने इन चुनावों में राज्य में अपनी पहली उपस्थिति दर्ज कराते हुए पार्टी उम्मीदवार इमरान मसूद के पक्ष में सहारनपुर में एक रोड शो किया। मसूद विपक्षी गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में मैदान में हैं।
पहली बार मायावती के भतीजे आकाश आनंद भी चुनाव प्रचार में जुटे
बसपा अध्यक्ष मायावती और उनके भतीजे आकाश आनंद ने भी अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के समर्थन में चुनावी सभाओं को संबोधित किया। सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पीलीभीत, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद और नगीना में रैलियों को संबोधित किया। इस चरण के प्रमुख उम्मीदवारों में पीलीभीत से जितिन प्रसाद, मुजफ्फरनगर से केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान और नगीना से आजाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद शामिल हैं। रामपुर में सपा के मुस्लिम चेहरे आजम खान की निर्वाचन क्षेत्र में गैरमौजूदगी दिख रही है। आजम इस समय सीतापुर की जेल में बंद हैं।