वंदे भारत एक्सप्रेस भी बुधवार को किसानों के कब्जे का शिकार हो गई। देहरादून से लखनऊ जा रही अति सुरक्षित ट्रेन वंदे भारत में हरिद्वार स्टेशन पर किसानों के घुसने की सूचना से रेल मंडल मुख्यालय पर हड़कंप मच गया।रेलवे कंट्रोल रूम की खबर के बाद रेल प्रशासन और रेलवे पुलिस सक्रिय हो गई। ट्रेन को नजीबाबाद में रोका गया। जीआरपी और आरपीएफ के मौके पर पहुंचने के बाद किसानों को उतार लिया गया। नजीबाबाद में ट्रेन दस मिनट तक रुकी रही।
देहरादून से लखनऊ जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस (22546) ट्रेन में हरिद्वार अपने निर्धारित समय से पहुंची। ट्रेन के चलने से पहले हरिद्वार में तमाम किसान ट्रेन के कोच में चढ़ गए। एक कोच से चढ़े किसान पूरे कोच में घूमने लगे तो ट्रेन में सवार यात्रियों में अफरा-तफरी मचने लगी। ट्रेन इंजन की ओर से घुसे किसान दूसरे छोर तक घूमे तो यात्रियों ने शिकायतें शुरू कर दीं। मामले की सूचना मिलने से रेलवे मे खलबली मच गई। रेलवे कंट्रोल रूम से मैसेज मिलने के बाद ट्रेन को आपातस्थिति में नजीबाबाद में रोका गया। नजीबाबाद में जीआरपी और आरपीएफ के अलावा ट्रेन और रेलवे स्टेशन स्टाफ भी हरकत में आ गया।
आरपीएफ के सीनियर डीएससी शनमुगा वाडियल का कहना है कि कंट्रोल मैसेज मिलने के बाद ट्रेन को नजीबाबाद में रोकने को कहा गया। शाम 4.35 बजे ट्रेन को नजीबाबाद में रोका गया। जहां पुलिस फोर्स ट्रेन का दरवाजा खुलते ही अंदर पहुंच गई। पुलिस ने सभी किसान और अवैध यात्रियों को उतारना शुरू कर दिया। बारी-बारी कोच से सभी अवैध यात्रियों को उतार लिया गया। सीनियर डीसीएम आदित्य गुप्ता का कहना है कि कुछ किसानों के वंदे भारत ट्रेन में चढ़ने की सूचना मिली थी। ट्रेन सवार यात्रियों की शिकायत के बाद सभी अवैध यात्रियों को उतार लिया गया। नजीबाबाद में किसानों के उतरने के बाद ट्रेन को रवाना किया गया। इस फेर में ट्रेन दस मिनट नजीबाबाद में रुकी रही।