डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल के मार्गदर्शन में दीपोत्सव-2023 को सफल बनाने के लिए विवि प्रशासन तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुट गया है। राम की पैड़ी सहित 51 घाटों पर दीये जलाकर विश्व रिकार्ड बनाने के लिए आवासीय परिसर सहित संबंध 27 महाविद्यालय, 19 इंटरमीडिएट कॉलेज और 45 स्वयंसेवी संस्थाओं के 25 हजार वालेंटियर 21 लाख दीये बिछाएंगे।
अवध विवि प्रशासन की ओर से सभी घाटों पर दीपों की संख्या के निर्धारण के साथ स्वयंसेवकों की संख्या का निर्धारण कर दिया गया है। सभी 51 घाटों पर समंवयकों की निगरानी में दीये जलाए जाएंगे। नोडल अधिकारी प्रो. संत शरण मिश्र ने बताया कि आगामी 11 नवंबर को होने वाले दीपोत्सव की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। आगामी सात नवंबर से घाटों पर दीये रखने का कार्य शुरू हो जाएगा। आठ नवंबर से स्वयंसेवकों द्वारा घाट समन्वयकों की निगरानी में घाटों पर दीये बिछाने का कार्य शुरू होगा। घाटों का मार्किंग कार्य सहायक कुलसचिव मोहम्मद सहील के देख-रेख में सम्पन्न हो गया है। जिसके लिए 25 से अधिक कर्मचारी लगाए गए थे। दीये बिछाने और जलाने के लिए इंटर कॉलेजों के शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षित किया गया है।
सबसे अधिक दीये घाट संख्या-14 पर जलेंगे
दीपोत्सव- 2023 में घाट संख्या- 14 पर सर्वाधिक एक लाख 5100 दीये जलाए जाएंगे। इस घाट पर दीये जलाने के लिए 1236 स्वयंसेवक की तैनाती की जाएगी। जिन्हें घाट आवंटित कर दिया गया हे। जबकि सबसे कम घाट संख्या- 23 पर महज 6700 दीए जलाने के लिए 79 स्वयंसेवक लगाए जाएंगे। 21 लाख दीये जलाने के लिए कुल 24 लाख दीए बिछाए जाएंगे। जिसमें राम की पैड़ी पर 40 घाट चिन्हित किए गए है है। जबकि चौधरी चरण सिंह पर घट संख्या- 41 से 51 तक चिह्नित किए गए हैं।