‘दक्षिण में बीजेपी साफ, उत्तर में हाफ’, कांग्रेस नेता जयराम रमेश का दावा
Sharing Is Caring:

लोकसभा चुनाव के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने गुरुवार को चंडीगढ़ में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए दावा किया कि बीजेपी का सफाया तय है। पांच चरणों के मतदान संपन्न होने के बाद बीजेपी की हार की तस्वीर साफ हो चुकी है। वहीं इंडिया गठबंधन का विजयी होना तय है।

उन्होंने कहा, “चार सौ से ज्यादा सीटों पर मतदान संपन्न हो चुके हैं और कल शेष 58 सीटों पर मतदान होंगे। दो चरणों के मतदान संपन्न होने के बाद ही यह साफ हो चुका था कि दक्षिण भारत में जहां बीजेपी साफ है, वहीं उत्तर, पश्चिम और पूर्व में बीजेपी हाफ है। हमें राजनीति में दिलचस्पी रखने वाले विभिन्न लोगों से यह जानकारी मिल रही है कि इस चुनाव में इंडिया गठबंधन का प्रदर्शन बेहद शानदार होगा। हम भारी मतों के साथ सत्ता में वापसी करेंगे।“

कांग्रेस नेता ने कहा, “2019 की तुलना में कांग्रेस पार्टी का प्रदर्शन इस बार शानदार है। दूसरी बात, 19 तारीख के बाद निर्वतमान प्रधानमंत्री की भाषा और प्रचार में बहुत बदलाव आया है, जिसका मैं लगातार जिक्र कर रहा हूं। पहले दो चरणों के मतदान के बाद ही स्पष्ट हो गया है कि इंडिया गठबंधन भारी मतों से केंद्र में सरकार बनाने जा रही है। इस बार जनादेश हमारे पक्ष में होगा, इसलिए 19 तारीख के बाद से मैं लगातार पीएम मोदी को ‘निवर्तमान प्रधानमंत्री’ कहकर संबोधित कर रहा हूं।“

वहीं, इंडिया गठबंधन से प्रधानमंत्री का चेहरा कौन होगा? इसका फैसला जल्द ही लिया जाएगा। मनमोहन सिंह को चुनने में महज दो दिन लगे थे। मैं समझता हूं कि इस बार प्रधानमंत्री चुनने में दो दिन से भी कम समय लगेंगे। इंडिया गठबंधन से एक ही प्रधानमंत्री होगा, जो लोकतंत्र और संविधान बचाने का संकल्प लेगा।

बता दें कि बीते दिनों बीजेपी ने दावा किया था कि इंडिया गठबंधन में पीएम फेस के लिए कोई चेहरा नहीं है। इंडिया गठबंधन पांच साल के लिए पांच प्रधानमंत्री बनाएगा। सभी एक-एक साल देश का नेतृत्व करेंगे। इससे देश में राजनीतिक अस्थिरता पैदा होगी। इस संबंध में आज जब जयराम रमेश से सवाल किया गया, तो उन्होंने दो टूक कह दिया कि इंडिया गठबंधन से एक ही प्रधानमंत्री होगा, जो पांच साल तक देश का नेतृत्व करेगा।

इस बीच, कांग्रेस नेता ने पीएम मोदी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वो हर मुद्दे को सांप्रदायिकता का रंग देकर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकते हैं। मैं दावे पर बात नहीं करना चाहूंगा। सभी को पता है कि 1971 में क्या हुआ था। यह 2024 का चुनाव है। उस समय इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री थीं, तब निवर्तमान प्रधानमंत्री क्या कह रही थीं, ये मैं नहीं जानता। प्रधानमंत्री हर मुद्दे को सांप्रदायिकता के रंग में घोलते हैं, जो कि राजनीति के लिहाज से मौजूदा परिदृश्य में उचित नहीं है।

Sharing Is Caring:

Related post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *