तो नीतीश फिर पलटने वाले… जीतन राम मांझी ने सीएम से लालू-तेजस्वी की मुलाकात का खोला राज
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लोकसभा चुनाव 2024 के लिए इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग में हो रही देरी पर नीतीश कुमार ने कांग्रेस को सुनाया तो लालू यादव और तेजस्वी मुख्यमंत्री आवास पहुंच गए। आधे घंटे तीनों नेताओं के बीच जो बात हुई उसे लेकर अटकलों का बाजार गर्म है।

पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने इस मुलाकात के राज का पर्दाफाश कर दिया है। शुक्रवार को तीनों नेताओं के बीच हुई गुप्त मुलाकात पर हिंदुस्तानी हवा मोर्चा के संरक्षक शनिवार को जमकर बोले।

पूर्व सीएम ने बताया कि नीतीश कुमार ने जब कांग्रेस पार्टी पर नाराजगी जताई तो लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव चिंता में पड़ गए। दोनों नेताओं को यह बात सता रही होगी कि नीतीश कुमार कहीं फिर से पलटी ना मार दें। तो डैमेज कंट्रोल करने के लिए दोनों पिता पुत्र सीएम आवास पर पहुंच गए। लालू जी ने नीतीश कुमार को यह आश्वासन दिया होगा कि आप चिंता ना करिए। सब ठीक कर लिया जाएगा। दरअसल इंडिया गठबंधन में नीतीश कुमार को सही जगह नहीं दिया जा रहा है। सबसे ज्यादा मेहनत करने वाले नीतीश कुमार को कन्वेनर भी नहीं बनाया गया। अपना राजपाट सुरक्षित रखने के लिए लाल यादव नीतीश कुमार को महागठबंधन से अलग नहीं होने देना चाहते।

पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने कहा है कि नीतीश कुमार बहुत पहुंचे हुए पॉलिटिशियन हैं। अपी तिकड़मबाजी के बल पर 18 सालों से सीएम की कुर्सी पर बने हुए हैं। इतना दिन गुजार दिया तो आगे भी बिना पद के नहीं रहना चाहते।

यह सब लोग जानते हैं कि लालू यादव ने ही नीतीश कुमार को पलटू राम कहा था। उसके बाद तेजस्वी और तेजप्रताप उन्हें पलटू चाचा कहकर मजाक उड़ाने लगे। अब तो विदेशों में भी पलटू राम की चर्चा होती है। पूर्व सीएम ने कहा कि पेरिस से आए एक आदमी ने बताया कि वहां भी नीतीश कुमार को पलटू राम के रूप में जाना जाता है।

हम संरक्षक ने बताया कि नीतीश कुमार ने 2023 में तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने का वादा किया था जिसे तोड़ दिया। 2023 का 11वां महीना चल रहा है। अभी तक सीएम नहीं बनाए हैं तो लालू यादव की चिंता लाजमी है। इसलिए लालू कभी-कभी नीतीश से दूरी बनाने का नाटक करते हैं। लेकिन नीतीश कुमार भी खेल देते हैं। लालू पर दबाव डालने के लिए कभी बीजेपी से दोस्ती की चर्चा कर लेते हैं तो कभी नरेंद्र मोदी की तारीफ कर देते हैं। जब लालू ने राहुल गांधी को दूल्हा बता कर अन्य लोगों को बाराती करार दे दिया तो नीतीश कुमार भी सतर्क हो गए। दिल्ली में लालू की बेटी मीसा भारती के आवास पर राहुल गांधी की मटन पार्टी भी राजनैतिक संकेत ही था। इसे नीतीश कुमार ने नोट कर लिया जिसका असर अब दिख रहा है।

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