प्रयागराज में शनिवार शाम तीन हमलावरों की ताबड़तोड़ गोलियों का शिकार हुए माफिया-राजनेता पूर्व सांसद अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के शवों को रविवार रात कसारी मसारी कब्रिस्तान में कड़ी सुरक्षा के बीच सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया।
पोस्टमॉर्टम के बाद अतीक और अशरफ के शव शाम करीब साढ़े छह बजे कब्रिस्तान लाए गए। अधिकारियों ने बताया कि रीति रिवाजों के बाद दोनों को सुपुर्द-ए-खाक किया गया। उन्होंने बताया कि इस दौरान मृतकों के चंद दूर के रिश्तेदार ही इस मौके पर मौजूद रहे। दोनों के शवों को दफनाए जाने के बीच अचानक से अफरा-तफरी भी मच गई। दरअसल, दावा किया गया कि अतीक की पत्नी शाइस्ता भी पहुंची है।
जब बुर्के में पहुंची महिला और फिर…
कसारी-मसारी में अतीक और अशरफ को दफनाए जाने के दौरान बुर्के में एक महिला पहुंची। उसने अपना आइकार्ड पुलिसवालों को दिखाया। इस बीच, दावा किया जाने लगा कि यह महिला कोई और नहीं, बल्कि अतीक की पत्नी शाइस्ता है। हालांकि, बाद में यह जानकारी गलत निकली। वह महिला कोई और थी, नाकि शाइस्ता परवीन। मालूम हो कि जब असद का शव उसके घर लाया जा रहा था, तब भी कुछ बुर्के में महिलाएं देखी गई थीं, जिसके बाद पुलिस हरकत में आ गई थी। चर्चा होने लगी थी कि यह असद की मां शाइस्ता हो सकती है, लेकिन जब जांच की गई तो वह शाइस्ता नहीं अतीक की बड़ी बहन शाहीन निकली थी।