भारत के नए विदेश सचिव के रूप में विक्रम मिस्री की नियुक्ति की गई है। मिस्री मौजूदा वक्त में उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हैं, वह पहले चीन के राजदूत रह चुके हैं। एक आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, मिस्री 15 जुलाई से अपनी नई पदवी ग्रहण करेंगे।उन्होंने भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) के 1989 बैच के अधिकारी के रूप में कार्य किया है और तीन प्रधानमंत्रियों के व्यक्तिगत सचिव भी रहे हैं।वह विनय मोहन क्वात्रा की जगह लेंगे जिनका कार्यकाल इस साल मार्च में छह महीने बढ़ाया गया था। सरकार ने क्वात्रा (आईएफएस 1988) को 12 मार्च को विदेश सचिव के पद पर 30 अप्रैल 2024 से आगे की अवधि के लिए सेवा विस्तार दिया था। सरकार ने उस आदेश में संशोधन करते हुए उनकी विस्तार की अवधि को 14 जुलाई तक सीमित किया है।इस बारे में जानकारी रखने वालों का मानना है कि मिस्री की नियुक्ति उनकी चीन पर विशेषज्ञता के आधार पर की गई है। उन्होंने 2019-2021 के बीच बीजिंग के राजदूत के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। विशेष रूप से जब मई 2020 में लदाख क्षेत्र के सैन्य संघर्ष के बाद चीन के साथ मध्यस्थता में मिस्री ने अहम भूमिका निभाई।इससे पहले, मिस्री ने स्पेन (2014-2016) और म्यांमार (2016-2018) के राजदूत के रूप में भी कार्य किया था। उन्होंने प्रधानमंत्री आईके गुजराल (1997-1998), प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (2012-2014) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (मई से जुलाई 2014 तक) के व्यक्तिगत सचिव के रूप में भी सेवाएं दी हैं। उन्होंने बेल्जियम, पाकिस्तान, संयुक्त राज्य अमेरिका, श्रीलंका और जर्मनी की भारतीय मिशनों में भी कार्य किया है।