यूपी में कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार अपने गृह जिले वाराणसी पहुंचे अजय राय का भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान अजय राय ने कहा कि डंके की चोट पर कांग्रेस 2024 का लोकसभा चुनाव जीतेगी।
कहा कि राहुल गांधी का संदेश घर-घर पहुंचाया जाएगा। अजय राय ने कहा कि मै राहुल गांधी का सिपाही हूं। शीर्ष नेतृत्व की उम्मीदों पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करूंगा। कांग्रेस मेरे लिए सिर्फ पार्टी ही नहीं बल्कि मां के समान है। मैं पूरे प्रण और प्राण के साथ अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह करूंगा।
अजय राय ने अपनी भावी योजनाओं पर कहा कि प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर जमीनी कार्यकर्ताओं को महत्व देना, संगठन को क्रियाशील बनाना, दलितों, किसानों, महिलाओं युवाओं और मध्यवर्ग के लोगों को कांग्रेस से जोड़ना मेरा मुख्य लक्ष्य होगा। मेरा पहला लक्ष्य संगठन और 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी की शानदार वापसी को सुनिश्चित करना है।
एयरपोर्ट पर स्वागत को उमड़े कांग्रेसी
इससे पहले वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट पर अजय राय का स्वागत करने के लिए भारी हुजूम उमड़ा। कांग्रेसजनों ने हर-हर महादेव के गगनभेदी जयघोष के साथ अपने नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत किया। अजय राय के स्वागत के लिए वाराणसी के साथ ही जौनपुर, सोनभद्र, मिर्जापुर, जौनपुर, भदोही, चंदौली, कौशांबी आदि जिलों से भी जिला एवं महानगर अध्यक्ष और कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता पहुंचे।
अजय राय का ढोल नगाड़े के साथ पूरी गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया। अजय राय के प्रथम काशी आगमन पर जिला एवं महानगर कांग्रेस कमेटी के साथ साथ सभी फ्रंटल संगठनों के अध्यक्षों, विभिन्न जिलों से आए बड़ी संख्या में वरिष्ठ कांग्रेसजनों ने बुके एवं पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया।
अजय राय के सामने बड़ी चुनौती
अजय राय को ऐसे समय पर कांग्रेस की जिम्मेदारी दी गई है जब यूपी में पार्टी की हालत बेहद खराब है। लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा चुनाव, यहां तक कि निकाय चुनावों में भी कांग्रेस की हालत नहीं सुधर सकी है। ऐसे में अजय राय के सामने कई चुनौतियां हैं।
अजय राय की गिनती पूर्वांचल के कद्दावर नेताओं में होती है। वह पांच बार वाराणसी की पिंडरा सीट से विधायक रहे हैं। उन्होंने पहली बार 1996 में कोलअसला सीट जीती थी। तब उन्होंने लगातार नौ बार से विधायक बन रहे भाकपा नेता उदल और अपना दल अध्यक्ष सोने लाल पटेल को हराया था। लंबे समय तक अजय राय भाजपा में भी रहे हैं। 2009 के चुनाव में लोकसभा की टिकट नहीं मिलने पर भाजपा से किनारा कर लिया और सपा में शामिल हो गए थे।
सपा ने 2009 में लोकसभा का टिकट दिया लेकिन मुरली मनोहर जोशी और मुख्तार अंसारी की लड़ाई में वह पिछड़ गए थे। इसके बाद वह कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस ने 2014 और 2019 में अजय राय को वाराणसी से पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ प्रत्याशी बनाया था।
इस दौरान पिंडरा सीट से भी अजय राय ने 2017 और 2022 का चुनाव लड़ा। पिछले साल उन्हें प्रांतीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। यूपी के सभी छह प्रांतीय अध्यक्षों में अजय राय सबसे ज्यादा सक्रिय रहे। इसी का परिणाम है कि उन्हें प्रदेश अध्यक्ष जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है।
एयरपोर्ट पर यह लोग रहे मौजूद
एयरपोर्ट पर नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष अजय राय का स्वागत करने वालों में जिला एवं महानगर कांग्रेस कमेटी, वाराणसी के अध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल, राघवेंद्र चौबेजी, पूर्व जिलाध्यक्ष प्रजानाथ शर्मा, प्रोफेसर सतीश राय, अजीत सिंह, शैलेंद्र सिंह, पंडित राजन दूबे, डॉ प्रमोद पांडेय, इमरान खान, आनंद सिंह रिंकू, हसन मेंहदी कब्बन, अशोक पांडेय, सुनील राय, घनश्याम सिंह, फसाहत हुसैन बाबू, पूनम कुंडू, डॉ राजेश गुप्ता, विनोद शुक्ला, सीताराम केसरी, राजेंद्र सिंह, सरिता पटेल, भगवान सिंह, प्रिंस राय, पियूष अवस्थी, श्री प्रकाश सिंह, मनीष मोरोलिया, ओम प्रकाश ओझा, विनोद सिंह , विपिन सिंह, लोकेश सिंह, विजय मिश्रा, राजीव गौतम, डॉ नृपेंद्र नारायण सिंह, धर्मेंद्र सिंह, अनुभव राय, विनय राय, राजीव राम, कमलेश ओझा, पंकज चौबे, प्रिंस राय खगोलन ,शांतनु राय, राहुल राजभर, राजेश त्रिपाठी, मनीष चौबे, मंगलेश सिंह, चक्रवर्ती पटेल, बृजेश जैसल,श्रीराम केसरी समेत हजारों की संख्या में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष श्री अजय राय का पुष्प वर्षा और अंगवस्त्रम भेंट कर हर हर महादेव के साथ स्वागत किया ।