ज्ञानवापी में दो चरणों में छह घंटे सर्वे, नापी और सैंपलिंग, पहले दिन क्या-क्या हुआ
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वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर से सटी ज्ञानवापी परिसर का एएसआई ने शुक्रवार को एक बार फिर सर्वे शुरू कर दिया। चार टीमों में पहुंची दस-दस लोगों की टीम ने दो चरणों में छह घंटे तक ज्ञानवापी परिसर का नाम-जोख और फोटोग्राफी की।

जिला जज के आदेश पर 24 जुलाई को जितने हिस्से का सर्वे हुआ था, उसकी तस्दीक भी आज सबसे पहले हुई। इलाहाबाद हाईकोर्ट के कल के फैसले के बाद सर्वे दोबारा शुरू हुआ और पहले दिन केवल नापी व सैम्पलिंग हुई। तहखाने की चाबी नहीं होने से एसआईटी वहां नहीं पहुंच सकी है। शनिवार से सर्वे सुबह 9 से शाम पांच बजे तक होगा। पहले दिन सर्वे का बहिष्कार करने वाले अंजुमन इंतजामिया मसाजिद ने शनिवार को सहयोग करने और इसमें शामिल होने का संकेत दिया है।

सर्वे टीम में शामिल हिंदू पक्ष के अधिवक्ता सुधीर त्रिपाठी ने बताया कि शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे से सर्वेक्षण शुरू हो गया था। एएसआई के अतिरिक्त महानिदेशक डॉ. आलोक त्रिपाठी की अगुवाई में 43 अधिकारियों व कर्मचारियों की टीम सर्वे में लगी है। 10-10 लोगों की चार टुकड़ियां अलग-अलग बिंदुओं पर जांच कर रही हैं।

अभी ज्ञानवापी ढांचे के चारों ओर की मैपिंग व सैंपलिंग हुई है। पूर्व में हुई नापी की फिर से तस्दीक की गई है। मौके पर ही कागजात भी तैयार कराए जा रहे हैं। शुरू होने के करीब चार घंटे बाद जुमे की नमाज को देखते हुए सर्वे रोक दिया गया था।

अंजुमन ने नहीं दी तहखाने की चाबी
अंजुमन इंतजामिया मसाजिद समिति ने सर्वेक्षण का फिर बहिष्कार कर दिया। समिति ने एएसआई को चाबी नहीं दी जिससे ढांचे के सभागार व तहखाने के अंदर जांच नहीं हो पाई है। इस बाबत समिति के सचिव एमएस यासीन ने बताया कि मुस्लिम पक्ष की तरफ से उच्चतम न्यायालय में सर्वे के निर्णय को चुनौती दी गई थी। प्रशासन से हमने शीर्ष अदालत के आदेश तक सर्वे स्थगित रखने का अनुरोध किया था।

जवाब न मिलने पर कमेटी ने सर्वे से विरत रहने का निर्णय लिया था। चूंकि अब सुप्रीम कोर्ट में मुस्लिम पक्ष की अर्जी खारिज हो चुकी है, इसलिए सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का सम्मान करते हुए शनिवार से हम सर्वे में सहयोग करेंगे। सर्वे के दौरान वादी लक्ष्मी सिंह, सीता साहू, रेखा पाठक और मंजू व्यास भी अपने अधिवक्ताओं के साथ मौके पर मौजूद थीं।

चाक-चौबंद रही सुरक्षा
सर्वेक्षण शुरू होने से पूर्व ज्ञानवापी परिसर व आसपास की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। डीएम एस. राजलिंगम व पुलिस आयुक्त मुथा अशोक जैन ने ज्ञानवापी व काशी विश्वनाथ धाम परिसर में सुरक्षा का जायजा लिया। डीएम ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश पर एएसआई सर्वेक्षण में सुरक्षा सहित सभी बिंदुओं पर सहयोग दिया जा रहा है। पहले दिन का सर्वे शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुआ।

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