जिस अडानी मुद्दे पर संसद में लगातार गतिरोध बना रहा, अब उसी पर विपक्ष में फूट पड़ती नजर आ रही है। एनसीपी के वरिष्ठ नेता वरिष्ठ नेता ने इस मामले में कांग्रेस से अलग सुर साधते हुए कहा कि इस मामले में जेपीसी जांच की जरूरत नहीं है।
उन्होंने मामले में जेपीसी के बजाए सुप्रीम कोर्ट कमेटी से जांच के ज्यादा निष्पक्ष होने का भरोसा जताया है। शरद पवार का यह बयान ऐसे वक्त आया है जबकि अडानी मामले को लेकर संसद का पूरा सत्र ही हंगामे की भेंट चढ़ चुका है। कांग्रेस अडानी मामले में लगातार जेपीसी की मांग कर रही है।
अडानी समूह का समर्थन
एनसीपी मुखिया शरद पवार मजबूती से अडानी समूह के समर्थन में आए हैं। साथ ही उन्होंने अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के इर्द-गिर्द कथा की आलोचना की है। शरद पवार ने एनडीटीवी से कहा कि इस तरह के बयान पहले भी अन्य व्यक्तियों द्वारा दिए गए थे। कुछ दिनों तक संसद में हंगामा हुआ था, लेकिन इस बार इस मुद्दे को जरूरत से ज्यादा महत्व दिया गया। उन्होंने आगे कहा कि जो मुद्दे रखे गए, उन्हें किसने रखा, हमने बयान देने वाले इन लोगों के बारे में कभी नहीं सुना था। आखिर उनका बैकग्राउंड क्या है? शरद पवार के मुताबिक इस तरह के मुद्दों से देश में हंगामा होता है और असर देश की इकॉनमी पर पड़ता है।
सुप्रीम कोर्ट की कमेटी अहम
हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर कांग्रेस लगातार जेपीसी की मांग कर रही है। इस पर शरद पवार ने कहा कि वह किसी पार्टी विशेष की राय नहीं रखेंगे। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने एक कमेटी बनाई है। इसमें सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज, एक एक्सपर्ट, एक प्रशासन और एक अर्थशास्त्री मौजूद है। इन लोगों को निर्देश दिए गए हैं, समय दिया गया है और जांच के लिए कहा गया है। शरद पवार ने कहा कि दूसरी तरफ विपक्ष एक संसदीय समिति की मांग कर रही है। अगर ऐसा हुआ तो फिर उस समिति की निगरानी सत्ताधारी दल करेगा। जांच की मांग सत्ताधारी दल के ही खिलाफ है। अगर वही दल उस समिति की निगरानी करेगा तो फिर जांच सही ढंग से कैसे होगी?
जेपीसी की जरूरत नहीं
शरद पवार ने कहा कि ऐसे में सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमेटी ही सबसे सही है। इसे कोई भी प्रभावित नहीं कर सकता। अगर सुप्रीम कोर्ट कमेटी जांच करती है तो फिर सच्चाई का पता लगाने में आसानी होगी। एनसीपी प्रमुख ने कहा कि अगर सुप्रीम कोर्ट मामले की जांच कर रही है तो फिर जेपीसी जांच की कोई जरूरत नहीं रह जाती। जब उनसे पूछा गया कि आखिर कांग्रेस जेपीसी जांच पर इतना जोर क्यों दे रही है? इस पर शरद पवार ने कहा कि मुझे नहीं पता कि उनकी मंशा क्या है, लेकिन मैं इतना जरूर जानता हूं सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई कमेटी काफी अहम है। उन्होंने कहा कि जेपीसी जांच की डेली रिपोर्ट मीडिया में आएगी। हो सकता है कि कुछ लोग चाहते हों कि यह मुद्दा दो-चार महीने तक चले, लेकिन सच कभी बाहर नहीं आएगा।