लोकसभा चुनाव से ठीक पहले केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के प्रस्ताव को हरी झंडी मिल गई है। स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी के सात रेलवे स्टेशनों का नाम बदलने का आदेश जारी हो गया है।सभी स्टेशनों का नाम देवी मंदिरों और महापुरुषों के नाम पर कर दिया गया है। स्मृति ईरानी के प्रस्ताव पर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग और सर्वे ऑफ इंडिया ने भी हरी झंडी देते हुए अनापत्ति जता दी है। स्मृति ईरानी के प्रस्वात को अक्षरशः मान लिया गया है। इससे पहले यूपी के मुगलसराय, मंडुवाडीह, इलाहाबाद, फैजाबाद, प्रतापगढ़ रेलवे स्टेशनों का नाम बदला जा चुका है।स्मृति ईरानी ने कासिमपुर हाल्ट को जायस सिटी, जायस रेलवे स्टेशन को गुरु गोरखनाथ धाम, बनी रेलवे स्टेशन को स्वामी परमहंस, मिस्त्रोली को मां कालिकन धाम, निहालगढ़ को महाराजा बिजली पासी, अकबरगंज रेलवे स्टेशन को मां अहोरवा भवानी धाम, वारिसगंज को अमर शहीद भाले सुल्तानी और फुरसतगंज रेलवे स्टेशन को तपेश्वरनाथ धाम करने का प्रस्ताव दिया था।स्मृति ईरानी ने रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव और गृहमंत्री अमित शाह को इसके लिए पत्र लिखा था। पत्र में अमेठी के सात स्टेशनों की लिस्ट देते हुए सभी का नाम बदलने की मांग की गई थी। वहीं, अमेठी के तिलोई विधानसभा क्षेत्र के फुरसतगंज में नवनिर्मित हवाई अड्डे का नाम बदले के लिए उड्डयन मंत्री ज्योतिराज सिंधिया को पत्र लिखा है। पत्र में स्मृति ने इस हवाई अड्डे का नाम गुरु गोरखनाथ या राणा बेनी माधव सिंह के नाम पर करने का अनुरोध किया गया है।माना जा रहा है कि पिछली बार की तरह इस बार भी अमेठी में स्मति ईरानी और राहुल गांधी के बीच मुकाबला हो सकता है। हालांकि भाजपा की पहली सूची में अमेठी का नाम नहीं था। स्मृति ईरानी लगातार अमेठी में एक्टिव भी हैं। यहां एक तरह से वह घर-घर जा रही हैं। इस दौरान उनके निशाने पर राहुल गांधी और गांधी परिवार रहता है।