राजस्थान विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) किसे मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाएगी, यह सवाल लंबे समय से कायम है और इसको लेकर पार्टी के भीतर की खींचतान भी किसी से छिपी नहीं है।
इस बीच चुनाव से ठीक पहले पीएम मोदी ने साफ कर दिया है कि भाजपा किसी का चेहरा आगे रखकर मैदान में नहीं उतरेगी और जीत मिलने के बाद ही इस पर फैसला लिया जाएगा। सोमवार को चित्तौड़गढ़ में पीएम मोदी ने पूर्व सीएम और सबसे बड़ी दावेदार मानी जा रहीं वसुंधरा राजे के सामने यह ऐलान कर दिया।
पीएम मोदी ने साफ किया कि उनकी पार्टी सामूहिकता के साथ बिना खास चेहरे को सामने रखे चुनाव लड़ने जा रही है। पीएम ने कहा, ‘इस चुनाव में हमारा एक ही चेहरा है और वह चेहरा है- कमल। इस कमल को ही भारी बहुमत से जिताना है और हम इस कमल के नेतृत्व में कमल के निशान से राजस्थान का भाग्य भी तेज गति से आगे बढ़ाएंगे। हमारी उम्मीद कमल है, हमारा उम्मीदवार कमल है। हम कमल खिलाएंगे, भाजपा को जिताएंगे। इसी लक्ष्य के साथ हम सबको एकमुश्त ताकत बनाकर चलना है।’
मान गईं वसुंधरा
राजस्थान में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और केंद्र में मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को सबसे अहम दावेदार माना जा रहा है। वसुंधरा चुनाव से पूर्व अपने नाम का ऐलान चाहती थीं। इसको लेकर लंबे समय तक उनकी नाराजगी की अटकलें भी रहीं। हालांकि, पिछले दिनों बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के दौरान उन्हें राजी कर लिए जाने की खबर सामने आई। बताया जा रहा है कि केंद्रीय नेतृत्व ने नेताओं को इस बात पर सहमत कर लिया है कि अभी एकजुट होकर लड़ाई लड़ी जाए और नतीजों के बाद आगे का फैसला किया जाए।
गहलोत सरकार पर जमकर प्रहार
पीएम मोदी ने चित्तौड़गढ़ में राजस्थान को 7 हजार करोड़ के तोहफे देने के बाद भाजपा की ओर से आयोजित एक जनसभा को संबोधित किया। पीएम मोदी ने इस दौरान कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार पर चौतरफा प्रहार किया। उन्होंने गहलोत सरकार पर भ्रष्टाचार और अपराध को लेकर कई आरोप लगाए और कहा कि जब भाजपा सरकार आएगी तो गुंडागर्दी रुक जाएगी, भाजपा दंगे रुकवाएगी, पत्थरबाजी रुकवाएगी, बेईमानी रुकवाएगी, महिला सुरक्षा लाएगी, रोजगार लाएगी, समृद्ध राजस्थान बनाएगी।