उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुनावी झटके के बाद अब एक्शन के मूड में हैं। उन्होंने कल सभी आला अधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है। इस बैठक में सभी अपर मुख्य सचिवों और प्रमुख सचिवों को तलब किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विभिन्न विभागों के कामकाज की गहन समीक्षा करेंगे। लोकसभा चुनाव के बाद सीएम योगी की यह पहली मीटिंग है।
लोकसभा चुनावों के परिणाम आने के बाद तुरंत अधिकारियों तलब करने से सियासी हलचल तेज हो गई है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बैठक में सभी विभागीय अधिकारियों को उनके कार्यों का विस्तृत ब्यौरा साथ लाने का निर्देश दिया है। यह बैठक आगामी चुनावी दौरे के दौरान मुख्यमंत्री को जनता से मिले सीधे फीडबैक के बाद की जा रही है। उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री इस बार अपने अधिकारियों के साथ एक अलग अंदाज में डील करने वाले हैं।
इस बैठक में प्रत्येक विभाग के कार्यों, उनकी प्रगति, और जनता के फीडबैक के आधार पर सुधार के सुझावों पर चर्चा होगी। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री अधिकारियों को उनके कार्यों के प्रति और अधिक जिम्मेदार बनाने के लिए सख्त कदम उठा सकते हैं।
यूपी की 80 में से 33 सीटों पर ही भाजपा को मिली जीत
2014 के बाद यह पहला चुनाव था जब भाजपा कार्यकर्ताओं के चेहरे पर मायूसी दिखाई दी है। 2019 में जहां 62 सीट जीतने वाली भाजपा इस बार 33 सीट पर ही सिमट गई। पार्टी का वोट बैंक भी 8 फीसदी कम हुआ है। फैजाबाद लोकसभा सीट भी भाजपा के हाथों से निकल गई है। सपा के अवधेश यादव ने 2 बार के सांसद और पूर्व मंत्री लल्लू सिंह को भारी मतों से हराया।