देश में हुए लोकसभा चुनाव के बाद कई चैनलों के एग्जिट पोल के नतीजे यह बता रहे हैं कि एक बार फिर देश में एनडीए की सरकार बन सकती है। लेकिन विपक्ष एग्जिट पोल के नतीजों को गलत ठहरा रहा है और उसका दावा है कि इस बार केंद्र की सत्ता से एनडीए बेदखल हो जाएगी और INDIA bloc की सरकार बनेगी।इस बीच आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने एग्जिट पोल पर सवाल उठाए हैं। संजय सिंह ने कहा कि एग्जिट पोल के जरिए गुमराह करने की कोशिश की जा रही है और मतगणना को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है।
संजय सिंह ने कहा कि एग्जिट पोल के जरिए बीजेपी जनता को भ्रमित और मतगणना को प्रभावित करने की नाजायज कोशिश कर रही है। संजय सिंह ने कहा कि एग्जिट पोल करने वाली एजेंसियों ने खुद को एक्सपोज कर दिया है। संजय सिंह ने दावा किया एग्जिट पोल खुद ही खुद को गलत साबित कर रहे हैं। संजय सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन का 7 फीसदी वोट शेयर बढ़ाया गया है। एनडीए का 4 फीसदी वोट शेयर घटाया गया। इसके बावजूद इंडिया गठबंधन को सीटें कम दिखाई गई हैं और एनडीए गठबंधन को ज्यादा सीटें दिखाई गई हैं। ये कौन सा एग्जिट पोल है?
संजय सिंह ने कहा कि झारखंड में सीपीआई (एम)चुनाव नहीं लड़ रही है। वहां पर सीपीआई (एमएल) चुनाव लड़ रही है। लेकिन एग्जिट पोल में दिखाया गया है कि सीपीआई (एम) को 2-3 सीटें मिल रही हैं। तमिलनाडु में कांग्रेस 9 सीटों पर चुनाव लड़ रही है और उसको जिताया जा रहा है 15 सीटों पर। उत्तराखंड में कुल सीटों की संख्या है 5 और बीजेपी छह सीटें दी जा रही हैं।
संजय सिंह ने कहा कि साल 2004 में Exit Poll के नतीजों में BJP को सभी ने 260 से ज़्यादा सीटें दी थीं। वहीं जब नतीजे आये तो बीजेपी ध्वस्त हो गई थी। वहीं साल 2021 के दौरान पश्चिम बंगाल में हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी और नरेंद्र मोदी ने 200 पार का नारा दिया था। एग्जिट पोल में भी कई चैनलों ने बीजेपी को 150 से भी ज़्यादा सीटें दे दी थीं। वहीं जब नतीजे आए तब बीजेपी के हिस्से में केवल 77 सीटें ही आईं। यह तो Exit Poll का इतिहास है।