लोकसभा चुनाव के छठे चरण में दिल्ली की सभी सात सीट सहित छह राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों की 58 सीट के लिए शनिवार को मतदान खत्म हो गया। राष्ट्रीय राजधानी के अलावा उत्तर प्रदेश की 14, हरियाणा की सभी 10, बिहार और पश्चिम बंगाल की आठ-आठ, ओडिशा की छह, झारखंड की चार और जम्मू-कश्मीर की एक सीट पर शनिवार को मतदान कराया गया।इसके अलावा ओडिशा की 42 विधानसभा सीट पर भी मतदान हुई। इस चरण में 11.13 करोड़ से अधिक लोग मतदान के पात्र थे। जिनमें 5.84 करोड़ पुरुष, 5.29 करोड़ महिलाएं और 5,120 ‘तृतीय लिंगी’ मतदाताओं की संख्या थी।
बंगाल में पड़े सबसे ज्यादा वोट
चुनाव आयोग के डेटा के मुताबिक, 5 बजे तक 58 सीटों पर वोटिंग के प्रतिशत 57.70 रहा। वोटिंग के मामले में पश्चिम बंगाल सुबह से ही बढ़त बनाए हुए है। कुछ जगहों पर हिंसा की खबरों के बीच बंगाल में सबसे ज्यादा 77.99 फीसदी वोटिंग हुई। जम्मू कश्मीर में सबसे कम 51.35 फीसदी मतदान हुआ है।
दांव पर थी इन दिग्गजों की किस्मत
छठे चरण के चुनाव के दौरान जिन प्रमुख उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर थी उनमें संबलपुर (ओडिशा) से केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (भाजपा), उत्तर पूर्वी दिल्ली से मनोज तिवारी (भाजपा) व कन्हैया कुमार (कांग्रेस), सुल्तानपुर (उत्तर प्रदेश) से मेनका गांधी (भाजपा), अनंतनाग-राजौरी (जम्मू और कश्मीर) से महबूबा मुफ्ती (पीडीपी), तमलुक (पश्चिम बंगाल) से अभिजीत गंगोपाध्याय (भाजपा), करनाल से पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, कुरुक्षेत्र से नवीन जिंदल और गुरुग्राम सीट से राव इंद्रजीत सिंह शामिल रहे। निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं से अधिक संख्या में चुनावी पर्व में हिस्सा लेने और जिम्मेदारी एवं गर्व के साथ मतदान करने का भी आग्रह किया था।
पांच चरणों में हुआ कितना मतदान
बीते 5 चरण की वोटिंग का डेटा कुछ इस प्रकार से है। चुनाव आयोग के मुताबिक, पहले चरण में कुल मिलाकर 66.14 प्रतिशत, दूसरे चरण में 66.71 प्रतिशत और तीसरे चरण में 65.68 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके बाद चौथे चरण में 69.16 प्रतिशत और 5वें चरण में 62.20 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई।