संसद से बरखास्त तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की पूर्व सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक बार फिर महुआ मोइत्रा को विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) जांच के सिलसिले में पेश होने के लिए समन किया है।
बता दें सोमवार को महुआ मोइत्रा संघीय एजेंसी के सामने पेश नहीं हो पाईं इस सिलसिले में ईडी ने उन्हें एक नया समन जारी किया है।
पिछले गुरुवार को ईडी ने पिछले साल दिसंबर में लोकसभा से निष्कासित मोइत्रा को फेमा के तहत अपना बयान दर्ज कराने के लिए 19 फरवरी को दिल्ली में पेश होने के लिए कहा था। मामले से परिचित अधिकारियों ने कहा कि ईडी ने उनके खिलाफ फेमा के तहत मामला दर्ज किया है क्योंकि उसके पास कुछ विदेशी लेनदेन के बारे में जानकारियां है, जिनकी फेमा के तहत जांच की जा रही है।
अगले हफ्ते ईडी ने महुआ को बुलाया
एक अधिकारी ने सटीक तारीख बताए बिना कहा, “चूंकि वह सोमवार को पेश नहीं हुईं, इसलिए अगले सप्ताह के लिए नया समन जारी किया गया है।” कथित कैश-फॉर-क्वेरी मामले के संबंध में प्रारंभिक जांच (पीई) के हिस्से के रूप में मोइत्रा की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा पहले से ही जांच की जा रही है। सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई, जो सीबीआई मामले में मूल शिकायतकर्ता हैं, पहले ही भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसी के समक्ष अपना बयान दर्ज करा चुके हैं।
आरोपों से महुआ का इनकार
संसद की एथिक्स कमेटी द्वारा दोषी ठहराई गईं महुआ ने किसी भी गलत काम से इनकार किया है और दावा किया कि उन्हें निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि उन्होंने अडानी समूह के सौदों पर सवाल उठाए थे। मोइत्रा ने नवंबर में ‘एक्स’ पर लिखा था कि न तो लोकपाल ने लोकपाल कानून के तहत अपनी वेबसाइट पर मामले से जुड़ा कोई आदेश अपलोड किया है और न ही सीबीआई ने आधिकारिक रूप से कुछ बताया है। हमेशा के मीडिया सर्कस की तरह सूत्र पत्रकारों को जानकारी दे रहे हैं। उम्मीद है कि मुझे निशाना बनाने से पहले 13,000 करोड़ रुपये का अडानी कोयला घोटाला सीबीआई की प्रारंभिक जांच का विषय बनेगा।
वहीं, महुआ मोइत्रा ने सदन में सवाल पूछने में भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर सीबीआई की प्रश्नावली पर अपना जवाब भेज दिया। अधिकारियों ने बताया है कि सीबीआई प्रतिक्रिया पर गौर कर रही है जिसके बाद वह भ्रष्टाचार रोधी लोकपाल को एक रिपोर्ट भेजेगी, जिसने मामला एजेंसी को भेजा था। एजेंसी लोकपाल के निर्देश पर मोइत्रा के खिलाफ आरोपों की प्रारंभिक जांच कर रही है। उन्होंने बताया, समझा जाता है कि सीबीआई ने मामले के सिलसिले में वकील जय देहाद्राई और कारोबारी दर्शन हीरानंदानी से भी पूछताछ की है।