भाजपा नेता सोभा सुरेंद्रन ने एक दिन पहले दावा किया था कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI-M) की केंद्रीय समिति के सदस्य और लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) के संयोजक ई पी जयराजन ने भाजपा में शामिल होने के लिए चर्चा की थी और अपनी पार्टी से खतरे के डर से फैसला वापस ले लिया।सोभा सुरेंद्रन केरल की अलप्पुझा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदवार हैं। हालांकि उनके इस दावे को वरिष्ठ भाजपा नेता प्रकाश जावड़ेकर ने “फर्जी खबर” करार दिया।इससे पहले राज्य कांग्रेस अध्यक्ष के सुधाकरन ने भी शुक्रवार को जयराजन की जहाज छोड़ने की “योजना” को लेकर वामपंथियों पर निशाना साधा था। इस पर केरल के प्रभारी भाजपा नेता प्रकाश जावड़ेकर ने सुधाकरन पर हमला बोलते हुए कहा, “यह फर्जी खबर है। सुधाकरन को कैसे पता चलता है कि मैं किससे मिलता हूं या बात करता हूं?” हालांकि शोभा सुरेंद्रन ने जावड़ेकर का नाम नहीं लिया, लेकिन उन्होंने गुरुवार को कहा कि जयराजन ने बीजेपी के साथ बातचीत की है। कुछ दिन पहले उन्होंने दावा किया था कि सीपीआई (एम) नेता के साथ दिल्ली में चर्चा हुई थी। जावड़ेकर ने कहा, “क्या सोभा ने कहा कि मैं जयराजन से मिला था? सोभा को कैसे पता होगा कि मैं किससे मिलता हूं या बात करता हूँ?” जयराजन ने सुरेंद्रन के दावों को “सरासर झूठ” कहकर खारिज कर दिया है। लेकिन स्वीकार किया है कि वह तिरुवनंतपुरम में जावड़ेकर से मिले थे। उन्होंने कहा, “मैं उनसे अपने बेटे के फ्लैट पर मिला था। जावड़ेकर यह जानकर फ्लैट पर आए कि मैं वहां हूं। हमने राजनीति पर चर्चा नहीं की। मैं एक मीटिंग के लिए जाना चाहता था और फ्लैट छोड़ने से पहले मैंने अपने बेटे से जावड़ेकर को चाय देने के लिए कहा। मैंने इस बैठक के बारे में पार्टी को सूचित नहीं किया।”इस बैठक के बारे में जब जावड़ेकर से पूछा गया तो उन्होंने कहा, “हम उनके निर्वाचन क्षेत्र, हवाई अड्डे या संसद में मिले होंगे। मैं बहुत सारे लोगों से मिलता हूं। हो सकता है कि मैंने शशि थरूर या अन्य राजनीतिक नेताओं के साथ भी भोजन किया हो। क्या यह अपराध है? इसमें गलत क्या है?” वरिष्ठ भाजपा नेता ने आगे कहा कि “सुधाकरन को अपने बारे में बात करनी चाहिए। उन्हें दूसरों पर बयान देने की जरूरत नहीं है।”इस पूरे प्रकरण ने सीपीआई (एम) को दूसरे दलों के निशाने पर ला दिया है। क्योंकि इससे पहले खुद कम्युनिस्ट पार्टी ने पूरे अभियान में “सॉफ्ट हिंदुत्व” और अपने नेताओं के भाजपा में जाने को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा था। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने शुक्रवार को कन्नूर में अपना वोट डालने के बाद संवाददाताओं से कहा, “जयराजन को ऐसे लोगों के संपर्क में आने से पहले सतर्क रहना चाहिए था… पहले भी जयराजन ऐसे मौकों पर सावधान रहने में नाकाम रहे हैं। उन्हें संदिग्ध चरित्र वाले व्यक्ति की मौजूदगी में जावड़ेकर से मिलने से बचना चाहिए था।” उनका इशारा टी जी नंदकुमार की ओर था।