राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से शरद पवार के इस्तीफे के ऐलान के बाद सियासी अटकलों का बाजार गर्म है कि अगला एनसीपी चीफ कौन होगा। इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि शरद पवार की सांसद बेटी सुप्रिया सुले एनसीपी की अगली अध्यक्ष हो सकती हैं, जबकि उनके भतीजे अजित पवार महाराष्ट्र एनसीपी के अध्यक्ष हो सकते हैं।
इसबीच, मुंबई के वाईबी चव्हाण सेंटर में पार्टी के बड़े नेताओं की एक मीटिंग चल रही है। बैठक में शरद पवार, सुप्रिया सुले और अजित पवार के अलावा पार्टी नेता हसन मुश्रीफ, प्रफुल्ल पटेल, पीसी चाको, नरिहार झिलवाल, रोहित पवार, छगन भुजबल सहित अन्य शामिल हो रहे हैं।
इधर, बैठक के बीच एनसीपी के राष्ट्रीय महासचिव जितेंद्र आव्हाड ने अपने कई समर्थकों और पार्टी के ठाणे विंग के पदाधिकारियों के साथ इस्तीफा दे दिया। आव्हाड ने पवार द्वारा अपना फैसला वापस नहीं लेने के विरोध में इस्तीफा दिया है। सूत्रों का कहना है कि पवार ने भले ही अपने इस्तीफे पर पुनर्विचार करने पर सहमति जताई और एनसीपी समर्थकों की भावनात्मक प्रतिक्रियाओं को देखने के बाद कुछ समय मांगा हो, लेकिन इस बात की संभावना कम ही है कि वह अपने फैसले को पलटेंगे।
इधर, अजित पवार खुद पार्टी अध्यक्ष नहीं बनने की बात कह चुके हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अजित पवार ने कहा है कि अगर उन्हें पार्टी चीफ बनने को भी कहा जाएगा तो इससे इनकार कर देंगे। दरअसल, अजित पवार अपने किसी खास को इस पद पर बैठाना चाहते हैं, ताकि पब्लिकली यह मैसेज नहीं जाय कि वह शरद पवार की जगह लेने के लिए पार्टी में साजिश रच रहे थे या इसके लिए व्याकुल थे। फिलहाल अजित पवार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं। माना जा रहा है कि सुप्रिया सुले की पार्टी अध्यक्ष पर ताजपोशी से पवार एक तीर से दो निशाने साध सकते हैं। पहला कि पार्टी पर पकड़ बेटी के जरिए बनी रह सकती है और दूसरा कि इसके जरिए भतीजे को सबक भी सिखा देंगे।
एनसीपी और शरद पवार की कहानी महाराष्ट्र के दूसरे राजनीतिक दल शिवसेना और उसके संस्थापक बाल ठाकरे जैसी ही है। शिवसेना में भी बाल ठाकरे के बाद उनके भतीजे राज ठाकरे बड़ी भूमिका में थे और एक समय पार्टी में बाल ठाकरे का असली उत्तराधिकारी समझे जा रहे थे लेकिन ऐसा नहीं होने पर उन्होंने साल 2006 में महाराष्ट्र नव निर्माण सेना नाम से अलग पार्टी बना ली थी और चाचा की पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।