मध्य प्रदेश में ‘बिना मर्जी’ के चुनाव में उतरे भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और इंदौर विधानसभा क्षेत्र-1 से बीजेपी प्रत्याशी कैलाश विजयवर्गीय के बयानों को लेकर प्रदेश में सियासी हलचल बढ़ गई हैं।
बीजेपी नेता ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए संकेत दिया कि वह मुख्यमंत्री पद की दौड़ में हैं। कैलाश विजयवर्गीय ने शुक्रवार को कहा कि अगर वह जीते तो सिर्फ विधायक नहीं बनेंगे, बल्कि पार्टी उन्हें बड़ी जिम्मेदारी देगी। विजयवर्गीय ने कहा, ‘मैं इंदौर-1 में सिर्फ विधायक बनने नहीं आया हूं। मुझे पार्टी की ओर से कुछ और बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी तो मैं बड़ा काम भी करूंगा।’
बता दें कि बीजेपी ने नवंबर-दिसंबर में संभावित मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए सीएम उम्मीदवार की घोषणा ना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एकजुट होकर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। फ़िलहाल, शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं।
कैलाश विजयवर्गीय ने एक अन्य सार्वजनिक समारोह में कहा कि यदि वह निर्वाचन क्षेत्र को समय नहीं देंगे तो वह सारा काम भोपाल से करेंगे। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, ‘मैं भोपाल से इशारा करूंगा और यहां काम हो जाएगा। इस बीच कार्यकर्ताओं ने जोर-शोर से कहा कि वह राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे।’
बता दें कि बीजेपी ने 10 साल के ब्रेक के बाद कैलाश विजयवर्गीय को चुनाव लड़ने की जिम्मेदारी दी है। उन्हें इंदौर-1 विधानसभा सीट से टिकट दिया गया है। इसके बाद से विजयवर्गीय अपने क्षेत्र में पार्टी की जीत के लिए प्रचार-प्रसार कर रहे हैं।
इस मामले में बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि 2014 से हरियाणा और पश्चिम बंगाल के प्रभारी रहने के बाद 2022 में एमपी की राजनीति में लौटे विजयवर्गीय मुख्यमंत्री हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि पिछले चार चुनावों में यह पहली बार है। बीजेपी ने सीएम उम्मीदवार के लिए किसी नाम की घोषणा नहीं की है। बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, फग्गन सिंह कुलस्ते और प्रहलाद पटेल समेत एमपी के सभी वरिष्ठ नेताओं को टिकट दिया।
इससे पहले कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था, ‘मैंने घोषणा की है कि जिस पोलिंग बूथ में एक भी वोट कांग्रेस को नहीं मिलेगा, उस बूथ के अध्यक्ष को 51 हजार रूपए दूंगा। आप सब कोशिश करिए कि आपके वार्ड से कांग्रेस को वोट न मिले। क्योंकि कांग्रेस ने यहां पर कोई काम नहीं किया है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘मैं जहां भी विधायक रहा वह विधानसभा विकास में नंबर-1 रही है। मैं इंदौर-4 में गया, इंदौर-2 में गया और महूं से चुनाव लड़ा वहां का आप विकास देख सकते हैं। यह मेरा प्रॉमिस है आप लोगों से कि पूरे इंदौर को उठाकर इंदौर-1 में ले आऊंगा। इंदौर 1 में भी विकास होगा। जब मैं महापौर था, इंदौर में मैंने टेंपो बंद कराया और बस चलवाई। मैंने ही मेट्रो का प्रस्ताव पास करवाया। इंदौर-1 में मैं 10 करोड़ की लागत से लाइब्रेरी बनवाऊंगा, कॉलेज बनवाऊंगा। चुनाव के बाद पहला काम नशे पर वार होगा। यहां नशे के कारोबार करने वालों को सांस नहीं लेने दूंगा।’
बता दें कि विजयवर्गीय मौजूदा कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। जबकि विजयवर्गीय के बेटे आकाश इंदौर-3 से विधायक हैं। उधर, कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी में हर वरिष्ठ नेता की नजर सीएम पद पर है। कांग्रेस के मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने कहा, ‘बीजेपी सत्ता विरोधी लहर को मात देने के लिए चुनाव में एक नकली बुलबुला बनाने की कोशिश कर रही है। लेकिन वे नहीं जानते कि ये नेता वनवास पर जा रहे हैं। बीजेपी नहीं जीतेगी और इसके लिए इन नेताओं को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।