दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उनके कार्यकाल के पूरा होने तक अंतरिम जमानत पर रिहा करने की मांग की गई है। इसके लिए दिल्ली हाई कोर्ट में जनहित याचिका (PIL) भी दायर की गई।इस याचिका में पिछले साल यूपी के प्रयागराज में मारे गए माफिया से नेता बने अतीक अहमद का भी उदाहरण दिया गया है। दिल्ली शराब घोटाले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी ने पिछले महीने गिरफ्तार किया था। अभी वे दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद हैं। पीआईएल में कहा गया है कि जेल में केजरीवाल की सुरक्षा खतरे में है।’लाइव लॉ’ के अनुसार, दिल्ली हाई कोर्ट में दायर जनहित याचिका में सीएम अरविंद केजरीवाल को ईडी और अन्य एजेंसी द्वारा दर्ज सभी आपराधिक मामलों में ‘असाधारण अंतरिम जमानत’ पर रिहा करने की मांग की गई है। अतीक अहमद के अलावा, जनहित याचिका में टिल्लू ताजपुरिया का भी उदाहरण दिया गया है। पिछले साल तिहाड़ जेल में बंद टिल्लू ताजपुरिया की हत्या कर दी गई थी।कानून के चौथे वर्ष के छात्र अभिषेक चौधरी ने ‘हम भारत के लोग’ के नाम से यह जनहित याचिका दायर की है। उन्होंने ‘हम भारत के लोग’ का इस्तेमाल इसलिए किया है, क्योंकि उनका कहना है कि उन्हें कोई प्रसिद्धि नहीं चाहिए। याचिका में उन्होंने कहा कि राजधानी की जेलों में कई कैदियों की मौत सिर्फ इस वजह से हुई है, क्योंकि उन्हें समय पर मेडिकल फैसिलिटीज नहीं उपलब्ध की गईं। याचिका में यह भी कहा गया है कि मुख्यमंत्री होने की वजह से यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि केजरीवाल को सबसे बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं, डॉक्टरों 24 घंटे सातों दिन उपलब्ध हो, जोकि जेल परिसर में संभव नहीं है।
‘जमानत के लिए रोज आम और मिठाई खा रहे केजरीवाल’
इससे पहले, ईडी ने कोर्ट में दावा किया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ‘टाइप 2’ मधुमेह होने के बावजूद हर दिन आम और मिठाई आदि खा रहे हैं ताकि चिकित्सा आधार पर उन्हें जमानत मिल सके। केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और ईडी मामलों की विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा के समक्ष ईडी ने यह दावा किया। न्यायमूर्ति बावेजा ने तिहाड़ जेल के अधिकारियों को केजरीवाल के आहार चार्ट सहित मामले में एक रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया। केजरीवाल ने मधुमेह के स्तर में उतार-चढ़ाव के कारण वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अपने डॉक्टर से परामर्श करने की अनुमति मांगने के लिए अदालत का रुख किया है। न्यायाधीश ने संबंधित अधिकारियों को कल तक रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया। अदालत कल इस मामले पर दोबारा सुनवाई कर सकती है।
ईडी के दावे पर क्या बोली AAP?
ईडी के मिठाई वाले दावे को आम आदमी पार्टी ने झूठा करार दिया है। दिल्ली की मंत्री और आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने कहा है कि अपने शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए अरविंद केजरीवाल हर दिन 54 यूनिट इंसुलिन लेते हैं। इंसुलिन की इतनी यूनिट वे लोग लेते हैं जिन्हें गंभीर मधुमेह है। यही वजह है कि कोर्ट ने उन्हें घर का बना खाना खाने की इजाजत दे दी है, लेकिन बीजेपी अपनी सहयोगी संस्था ईडी की मदद से अरविंद केजरीवाल की सेहत खराब करने की कोशिश कर रही है। ईडी ने कोर्ट में कहा कि अरविंद केजरीवाल मीठी चाय पी रहे हैं और मिठाई खा रहे हैं, ये पूरी तरह से गलत है।”