बसपा प्रमुख मायावती शनिवार को बस्ती में जीआईस के मैदान में जनसभा की। यहां उन्होंने बसपा के तीन प्रत्याशियों के समर्थन में वोट मांगा। इस दौरान उन्होंने ने कहा कि कांग्रेस अपनी गलत नीतियों के चलते केंद्रीय सत्ता से बाहर हो गई।
उसी रास्ते पर भाजपा भी चल रही है और केंद्र में उसकी भी कुर्सी छिनने जा रही है।
बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने भाजपा पर हमलावर होते हुए कहा कि केंद्र में भाजपा व उनके सहयोगी दलों की सरकार है। इस चुनाव में आसानी से उनकी वापसी नहीं होने वाली है। अच्छे दिन का वादा किया था, जिन बातों की गारंटी देकर जनता को बरगलाया, वे हवा-हवाई साबित हुए। अपने वादे का एक-चौथाई हिस्सा भी भाजपा ने पूरा नहीं किया है। इसलिए जनता उनसे नाराज है। भाजपा ने पूंजीपतियों के लिए कार्य किया। धन्नासेठों को बढ़ाने का काम किया। पूरे शासनकाल में भाजपा सरकार इसी में लगी रही।
कांग्रेस और भाजपा दोनों को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेस केंद्रीय एजेंसियो का दुरुपयोग करती थी, अब भाजपा कर रही है। दोनों पार्टियां जातिवाद और सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने का काम कर रही हैं। केंद्र में चल रही आरएसएस और भाजपा की सरकार ने हिन्दुत्व की आड़ में जुल्म ज्यादती की और लोगों को जातियों और धर्म के नाम पर बांट दिया। इनके एजेंडे में दलित, आदिवासी, पिछड़े और मुस्लिम समाज का विकास नहीं है। यही कारण रहा कि देश में आज भी एससी-एसटी के आरक्षण का कोटा पूरा नहीं भरा जा सकता। उन्होंने सपा को भी वोट न करने की अपील की।
बसपा को छोड़कर सभी दलों ने चंदा लिया
चुनावी चंदे का मुद्दा उठाते हुए बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि हाल में सुप्रीम कोर्ट ने सभी दलों की हकीकत सामने ला दी। पूरा देश जानता है कि बसपा को छोड़कर सभी दलों ने चुनावी बांड के नाम पर चंदा लिया। बसपा ने किसी धन्नासेठ से चंदा नहीं लिया। वह अपने कार्यकर्ताओं व सहयोगियों से थोड़ा-थोड़ा धन लेकर पार्टी संगठन का संचालन करती है और चुनाव लड़ाती है।
गरीबी, बेरोजगारी महंगाई और भ्रष्टाचार बढ़ा
मायावती ने कहा कि बसपा की उत्तर प्रदेश में चार बार सरकार रही है। उनकी पार्टी ने किसानों और खेती पर विशेष ध्यान और साधन दिया। किसानों को उनके अनाज का उचित मूल्य मिला। इसके उलट भाजपा सरकार सरकारी काम प्राइवेट आदमियों से ठेके पर करा रही है। यहां आरक्षण लागू नहीं है और सरकारी नौकरियों का भी निजीकरण कर दिया गया। पश्चिमी उत्तर प्रदेश का किसान आंदोलित हैं। उनकी कोई सुनने वाला नहीं है। व्यापारी परेशान है। भाजपा सरकार में गरीबी, बेरोजगारी और महंगाई बढ़ी है। भ्रष्टाचार भी बढ़ गया। ऐसे में आज की जरूरत है कि कांग्रेस, भाजपा, सपा को केंद्र की सत्ता आने से रोक दें। मुफ्त राशन वितरण पर उन्होंने कहा कि यह स्थायी समाधान नहीं है। बदले में आरएसएस और बीजेपी वाले वोट मांग रहे हैं। राशन भी फ्री में नहीं दे रहे हैं बल्कि यह जनता के टैक्स के पैसे का राशन है।