उत्तर प्रदेश के कुख्यात बाहुबली से राजनेता बने अतीक अहमद की शनिवार को गोली मारकर प्रयागराज में हत्या कर दी गई है. अतीक क्राइम की दुनिया के साथ-साथ राजनीति में भी कई बार अपना लोहा मनवा चुका था. अतीक ने विधानसभा और लोकसभा के चुनावों भी जीत दर्ज की है. पुलिस के प्रोटेक्शन में अतीक अहमद की हत्या पर कई लोग राज्य सरकार को जिम्मेदार मान रहे हैं. ऐसे में हैदराबाद से सांसद और एआईएमआईएम के सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
ओवैसी ने कहा है कि अतीक दूसरा मुस्लिम पूर्व सांसद है जिसकी निर्मम तरीके से हत्या की गई है. ओवैसी ने इस दौरान गुजरात में एहसान जाफरी की हत्या का हवाला दिया. उन्होंने कहा कि 2002 में गुजरात में पूर्व सांसद एहसान जाफरी को भीड़ ने बेरहमी से मार डाला था. उन्होंने इस ट्वीट करके मुस्लिम पूर्व सांसद की मौत का मामला उठाया है. जिसके बाद बीजेपी ने इस पर आंकड़ें पेश किए हैं.
धर्म की राजनीति कर रहे ओवैसी
बीजेपी ने ओवैसी पर तंज कसते हुए कहा है कि वह धर्म की राजनीति कर रहे हैं. पार्टी की ओर से जारी आंकड़ों में उन लोगों की लिस्ट दी गई है जिनकी पुलिस कस्टडी के दौरान मौत हुई है. बीजेपी ने इस दौरान सवालियां अंदाज में ओवैसी के दावे को खारिज किया है. पार्टी ने लिखा है, क्या यूपी में धर्म विशेष के खिलाफ कार्यवाही हो रही है? इसके बाद आंकड़े जारी किए गए हैं.
केंद्र में सत्ताधारी पार्टी ने लिस्ट जारी करके बताया है कि 20 मार्च 2017 से लेकर 12 अप्रैल 2023 तक राज्य में कुल 10933 कार्रवाई की गई हैं. इन कार्रवाई में पुलिस ने 23,348 बदमाशों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तारी और धर-पकड़ के दौरान कुल 183 अभियुक्त मारे गए हैं. वहीं पुलिस के 13 जवान शहीद हुए हैं. बीजेपी की ओर से जारी इन आंकड़ों में मुस्लिमों पर हुई कार्रवाई के आंकड़ें भी अलग से जारी किए गए हैं.
183 की मौत, 59 मुसलमान
आंकड़ों के मुताबिक 5046 आरोपी जख्मी हुए हैं और 1443 पुलिसकर्मी इन धर-पकड़ के दौरान जख्मी हुए. इनमें स्पष्ट दिया गया है कि कुल 183 लोगों की मौत हुई है उनमें से 59 मुसलमान हैं. इसका मतलब है कि मारे गए कुल अभियुक्तों में 32.24 प्रतिशत मुसलमान हैं. बीजेपी ने साल दर साल के आंकड़ें भी जारी किए हैं. वहीं पार्टी की ओर से कहा है गया है कि अभी 5-5 लाख इनाम वाले असद-गुलाम मारे गए हैं.
इनके अलावा 2.5 लाख इनाम वाले बिजनौर निवासी आदित्य राना, संभल निवासी शकील, संभल निवासी कमल, बुलंदशहर निवासी बलराज भाटी शामिल हैं. यहां पढ़ें पिछले कुछ सालों में मारे गए अभियुक्तों की कुल संख्या और उनमें कितने मुस्लिम शामिल थे…
2023
14 मारे गए- 5 मुसलमान
2022
14 मारे गए, 1 मुसलमान
2021
26 मारे गए, 7 मुसलमान
2020
26 मारे गए, 5 मुसलमान
2019
34 मारे गए, 12 मुसलमान
2018
41 मारे गए, 14 मुसलमान
2017
28 मारे गए, 15 मुसलमान