सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव द्वारा दिए गए बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि सपा अति पिछड़ों, अल्पसंख्यक के साथ-साथ दलितों की सबसे बड़ी विरोधी है।
महिलाओं की इज्जत करना सपा नेताओं का धर्म नहीं है। वहीं भाजपा ऐसी पार्टी है जो पिछड़ों और दलितों को नेता बनाने का काम करती है।
शुक्रवार को जारी बयान में ओम प्रकाश राजभर ने कहा है कि सपा की करतूतों से त्रस्त होकर जनता ने इस पार्टी को सत्ता से बेदखल किया और आने वाले 20 वर्षों तक अब सपा सत्ता से दूर ही रहेगी। उन्होंने कहा कि यूपी में भाजपा ने मुलायम सिंह यादव और मायावती को समर्थन देकर सीएम बनाने का काम किया। आज डा. संजय निषाद, अनुप्रिया पटेल, ओम प्रकाश राजभर, दारा सिंह चौहान जैसे नेताओं को भी भाजपा आगे बढ़ा रही है।
भाजपा विधायक नहीं पहुंचते तो गेस्टहाऊस कांड सबसे वीभत्स कांड होता
उन्होंने कहा है कि वर्ष 1995 में सपा नेताओं द्वारा बहन मायावती के साथ गेस्ट हाउस कांड सपा के चरित्र का ज्वलंत उदाहरण है। मौके पर तत्कालीन भाजपा विधायक ब्रह्मदत्त द्विवेदी नहीं पहुंचे होते तो शायद गेस्ट हाउस कांड दुनिया में महिलाओं के साथ होने वाला सबसे वीभत्स कांड हो सकता था। उन्होंने कहा है कि 4 सितंबर 2012 को अध्यादेश जारी कर सपा सरकार द्वारा एससी-एसटी को नौकरियों में पदोन्नति के लिए आरक्षण को समाप्त किया। बसपा सरकार में प्रदेश के कुछ जिलों का नाम बदल कर बहुजन महापुरुषों के नाम पर रखा गया था, जिसे सपा ने 2012 में बदलने का काम किया।
सपा ने डा. अंबेडकर ग्राम विकास योजना को भी बंद करने का काम किया। सपा ने बसपा सरकार की कल्याणकारी योजनाएं जिसमें सावित्रीबाई फुले बालिका शिक्षा मदद योजना, कन्या विद्या धन योजना, महामाया गरीब बालिका आशीर्वाद योजना को द्वेषवश बंद कर दिया।