उत्तर प्रदेश में स्मार्ट सिटी की तर्ज पर विकसित की जा रही 57 नगर पालिकाएं
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षी योजना के तहत प्रदेश की 57 नगर पालिकाओं को स्मार्ट नगर पालिकाओं में परिवर्तित किया जा रहा है। नगर विकास विभाग सीएम योगी के विजन ‘ईज ऑफ लिविंग’ के मूल मंत्र के मुताबिक प्रदेश के नगरीय क्षेत्र में नागरिक सुविधाओं का तीव्र गति से विकास कर रहा है।इस क्रम में जहां एक ओर प्रदेश में 17 स्मार्ट शहर बनाए गए हैं, उसी अनुरूप जिला मुख्यालयों में स्थित 57 नगर पालिकाओं को स्मार्ट नगर पालिकाओं के तौर पर विकसित किया जा रहा है।परियोजना के लिए लगभग 40,000 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया गया है। स्मार्ट नगर पालिकाओं में कई अत्याधुनिक सुविधाओं को डिजिटल गर्वनेंस, नागरिक सुविधाओं, स्मार्ट अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर, स्मार्ट अर्बन फिजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर एवं सतत विकास के मानकों के अनुरूप विकसित किया जाएगा।सीएम योगी आदित्यनाथ के विजन के मुताबिक, नगर विकास विभाग नगरीय क्षेत्र में नागरिक सुविधाओं के विकास के लिए स्मार्ट नगर पालिकाओं का निर्माण कर रहा है।परियोजना के मुताबिक, प्रदेश की नगर मुख्यालयों वाली 57 नगर पालिकाओं को स्मार्ट नगर पालिका के तौर पर विकसित किया जा रहा है। इसके लिए बजट में विशेष रूप से लगभग 40 हजार करोड़ की धनराशि स्वीकृत की गई है। परियोजना पर काम शुरू करने के लिए 145 करोड़ रुपए की टोकन मनी स्वीकृत की गई है, जिसके तहत चयनित 57 नगर पालिकाओं में ईज ऑफ लिविंग के अनुरूप अत्याधुनिक नागरिक सुविधाओं का विकास कार्य शुरू हो गया है, जो इन पालिका क्षेत्रों में आधारभूत ढांचे के विकास के साथ-साथ रोजगार के अवसरों का सृजन और स्थानीय अर्थव्यवस्था, निवेश और पर्यटन को भी बढ़ावा देगा। इसके साथ ही स्मार्ट पालिकाओं में नवीकरणीय ऊर्जा और पर्यावरण संरक्षण पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।स्मार्ट नगर पालिकाओं में प्रशासनिक प्रक्रियाओं को डिजिटल रूप से संचालित करने के लिए एक प्रणाली विकसित की जाएगी, जो प्रशासनिक पारदर्शिता और दक्षता को बढ़ावा देगी। जिसके अंतर्गत आईसीसी सेंटर से सीसीटीवी सर्विलांस की व्यवस्था, एआई और चैटबॉट युक्त नागरिक सुविधाओं का विकास एवं इंटीग्रेटेड गौशाला मैनेजमेंट सिस्टम की भी व्यवस्था की जाएगी।
स्मार्ट सिटी के तर्ज पर स्मार्ट नगर पालिकाओं में अत्याधुनिक नागरिक सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। इसके साथ ही पालिका के क्षेत्रों में वायु, जल प्रदूषण से लेकर ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करने का समुचित प्रबंध किया जाएगा। शहरी क्षेत्रों में जलभराव की समस्या दूर करने और विद्युत और पानी सप्लाई निर्बाध रूप से करने का प्रबंध किया जाएगा।स्मार्ट नगर पालिका क्षेत्रों में स्मार्ट पार्किंग, डिजिटल ट्रैफिक मैनेजमेंट, लाइट मैनेजमेंट, सुविधाओं के साथ सड़क विक्रेताओं के लिए अलग से वेडिंग जोन का निर्माण किया जाएगा। साथ ही स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर के तहत सीसी रोड, जंक्शन रीडिजाइनिंग, डिजिटल लाइब्रेरी, प्रदर्शनी स्थल और ऑडिटोरियम का निर्माण किया जाएगा।स्मार्ट नगर पालिकाओं को ईज ऑफ लिविंग के साथ सस्टेनेबल डेवलपमेंट के आधार पर विकसित किया जा रहा है। नगर पालिकाओं में नवीकरणीय ऊर्जा के अन्य स्रोतों के साथ सोलर ऊर्जा का भी तीव्र विकास किया जा रहा है। साथ ही विकास योजनाओं में पर्यावरण संरक्षण पर विशेष जोर दिया जा रहा है।सीएम योगी का कहना है, “हमारा लक्ष्य उत्तर प्रदेश को शहरी विकास का एक मॉडल राज्य बनाना है। इन 57 स्मार्ट नगर पालिकाओं के माध्यम से, हम न केवल बुनियादी ढांचे को मजबूत कर रहे हैं बल्कि समावेशी और टिकाऊ विकास को भी बढ़ावा दे रहे हैं।”

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