लोकसभा में मंगलवार को अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान सत्तापक्ष और विरोधी दलों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। भाजपा से केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने शिवसेना (यूबीटी) पर तीखा हमला बोला।उन्होंने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले खेमे को ‘औकात दिखाने’ तक की बात कह दी। चर्चा के दौरान शिवसेना (एकनाथ शिंदे) खेमे से श्रीकांत शिंदे, उद्धव सेना से अरविंद सावंत और भाजपा से केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने मोर्चा संभाला।दरअसल अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए शिवसेना (यूबीटी) सांसद अरविंद सावंत ने शिंदे की शिवसेना और पीएम मोदी की आलोचना की। इस पर केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री नारायण राणे ने अपना आपा खो दिया और शिवसेना सांसद के खिलाफ तीखी भाषा का इस्तेमाल किया। इस दौरान स्पीकर की कुर्सी पर बैठे राजेंद्र अग्रवाल ने भी नारायण राणे को टोका और पर्सनल कमेंट से बचने की सलाह दी।
सावंत के बाद नारायण राणे ने जब बोलना शुरू किया तो उन्होंने सबसे पहले उद्धव सेना पर निशाना साथा। नारायण राणे ने कहा, “अविश्वास प्रस्ताव पर शिवसेना (यूबीटी) के अरविंद सावंत का भाषण सुनकर मुझे लगा कि मैं दिल्ली में नहीं महाराष्ट्र विधानसभा में बैठा हूं।” उन्होंने आगे कहा, “जिस हिंदुत्व के बारे में वह कहते हैं कि उन्हें गर्व है तो 2019 में वह कहां था जब सत्ता पाने के लिए बीजेपी को धोखा देकर शरद पवार के पास चल गए थे।”बता दें कि अपने भाषण के दौरान, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे ने एमवीए गठबंधन पर कई आक्षेप लगाए। इस पर दक्षिण मुंबई से उद्धव खेमे के सांसद अरविंद सावंत ने जवाब में एकनाथ शिंदे खेमे को ‘कायर’ कहा। अरविंद सावंत ने अविश्वास प्रस्ताव पर श्रीकांत शिंदे को आक्रामक तरीके से जवाब दिया था। सावंत ने बोलते हुए हिंदुत्व के मुद्दे पर भी बात की थी। इसके जवाब में नारायण राणे ने सवाल उठाया, “अगर हिंदुत्व के प्रति इतना ही लगाव था तो 2019 में शरद पवार के साथ गठबंधन करते समय यह चिंता का विषय क्यों नहीं बना?”अपनी बात जारी रखते हुए राणे ने कहा, “मैं 1967 का शिवसैनिक हूं।” इस पर शिवसेना (यूबीटी) के सांसद शोर मचाने लगे। शोर से गुस्साए नारायण राणे उन्हें डपटते हुए बोले, “अरे बैठ, नीचे बैठ.. बैठ।” इस पर स्पीकर कुर्सी पर बैठे बीजेपी सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने उन्हें टोका। हालांकि वे रुके नहीं और उद्धव सेना पर हमला जारी रखा।
नारायण राणे ने कहा, “वे मुझे शिव सेना के बारे में सिखाएंगे? जब मैंने पार्टी छोड़ी, तो 220 लोगों ने आंदोलन किया था। अब उनकी पार्टी के पास कोई राजनीतिक शक्ति नहीं बची है। जो आवाज आप सुन रहे हैं वह शेर की नहीं बल्कि बिल्ली की है।” उन्होंने कहा, “हमारे पीएम पर अभी कोई सवाल नहीं उठा सकते हैं। हमारे प्रधानमंत्री पर बोलने का उनका कोई अधिकार नहीं है। औकात नहीं… औकात नहीं। अगर कोई पीएम मोदी और अमित शाह पर उंगली उठाई तो तुम्हारी मैं औकात निकालूंगा।”